-रेप के बाद पीडि़ता व उसके परिजनों को मिल रही धमकी

-घटना के दिन यानी 24 को ही पीडि़ता ने महिला थाने में कराई थी प्राथमिकी

-चार दिन बाद कराई गई मेडिकल जांच

-महिला थानाध्यक्ष ने कहा दुष्कर्म का किया गया था प्रयास

PATNA/ BIHARSHARIFF: हरनौत थाना के एक गांव में आठवीं कक्षा के छात्रा से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीडि़ता ने घटना के दिन ख्ब् मार्च को महिला थाने में आवेदन देकर गांव के दबंग के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस द्वारा तीन दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस दौरान आरोपी दबंग ने पीडि़त परिजनों को केस उठाने की धमकी देता रहा। पीडि़त परिवार के हंगामे के बाद रविवार को पीडि़ता की सदर अस्पताल में मेडिकल जांच कराई गई। सबसे हैरानी की बात है कि पीडि़ता ने खुद बयान में कहा है कि उसके साथ दुष्कर्म हुआ है, लेकिन पुलिस इसे अटेंप्प टू रेप बता रही है।

पुलिस की कार्यशैली पर सवाल

अब सवाल यह उठता है कि यदि पीडि़ता से दुष्कर्म नहीं हुई तो फिर उसकी मेडिकल जांच किस आधार पर कराई गई। महिला थानाध्यक्ष ने यह भी कहा कि मेडिकल जांच नहीं, बल्कि उसका ब्लड टेस्ट के साथ उसकी उम्र की जांच कराई गई। इधर इस घटना से पीडि़त परिजनों ने बताया कि गांव के ही दुष्कर्मी अशोक यादव बार-बार केस उठाने की धमकी दे रहा है। पुलिस को इसकी सूचना देने के बावजूद उस पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है। बहरहाल पुलिस की कार्यशैली पर एक बार फिर से सवालिया निशान खड़ा हो गया है।

शौच करने गई महिला से रेप

सारे थाना के मलामा गांव में शनिवार की शाम शौच करने गई महिला से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। इस बाबत पीडि़त महिला ने महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें गांव के ही दो लोगों को आरोपित किया है। पीडि़त महिला ने बताया कि होली में मायके आई थी। शनिवार की शाम घात लगाए दो युवकों ने पकड़ लिया और एक ने दुष्कर्म किया। विरोध करने पर दोनों युवकों ने मारपीट कर घायल कर दिया। इधर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पीडि़त महिला का सदर अस्पताल में इलाज कराने के बाद उसकी मेडिकल जांच कराई गई।

पीडि़ता के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस कार्रवाई में जुट गई है।

-मृदुला कुमारी, महिला थानाध्यक्ष