-प्रयाग के संगीत प्रेमियों ने दी चहेते गायक को अंतिम बिदाई

ALLAHABAD: मंगल भवन, अमंगल हारी, कौन दिशा में लेके चला रे बटोहिया एवं हर-हर महादेव, हर-हर महादेव जैसे भजनों एवं गीतों के जरिये लोगों के दिल में उतरने वाले गायक रविंद्र जैन को मां सरस्वती का पुत्र कहा जाता था। इसलिए मां सरस्वती के पुत्र रविंद जैन की अस्थियों को गंगा-यमुना और विलुप्त सरस्वती की धारा संगम में विसर्जित किया गया।

अस्थी लेकर पहुंचे रविंद्र जैन के भाई

गायक रविंद्र जैन की अस्थियां लेकर उनके छोटे भाई मुनीन्द्र कुमार जैन, सुनील वाष्र्णेय और प्रमोद सिंह के साथ मुंबई से बम्हरौली हवाई अड्डा पहुंचे। जहां पर दिगम्बर जैन पंचायती सभा प्रयाग के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने स्वर्गीय रविंद्र जैन के अस्थि कलश को प्रणाम किया और कलश लेकर सिविल लाइंस के सुभाष चौराहा पहुंचे। इस दौरान कार्यकारिणी सदस्य अशोक जैन, अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार जैन, राजेश जैन, अनूप चंद्र जैन, पन्नालाल जैन, सुनील कुमार जैन, सुधीर जैन, निर्मल जैन, अरुण जैन, हरी बाबू जैन, विमल कुमार जैन आदि मौजूद रहे।

जनप्रतिनिधियों ने दी अश्रुपूर्ण विदाई

सुभाष चौराहे पर स्वर्गीय रविंद्र जैन के अस्थि कलश को फूलों से सजे वाहन में रखा गया। जहां सांसद केशव प्रसाद मौर्या, मेयर अभिलाषा गुप्ता, इलाहाबाद संग्रहालय के राजेश पुरोहित व अन्य जनप्रतिनिधियों ने पहुंच कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। बड़ी संख्या में लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद स्वर्गीय जैन के अस्थि कलश को संगम तट पर ले जाया गया। जहां लोगों ने भजन सम्राट रविंद्र जैन को अश्रुपूर्ण बिदाई दी। रविंद्र जैन के भाई मुनीन्द कुमार जैन ने अस्थियों को संगम में विसर्जित किया।