- युवती की छाती पर गोली मारने के बाद बच्चा पार्क पर शव फेंककर चले गए थे कातिल

- 24 घंटे बीत जाने के बावजूद नहीं हो सकी युवती की शिनाख्त

- पुलिस के लिए परेशानी का सबब बना मर्डर

- पहचान के लिए पुलिस ने हॉस्टल में स्टूडेंट्स को फोटो

- पुलिस ने माना प्रेम प्रसंग में हुआ है मर्डर

Meerut: युवती को गोली मारने वाले कातिल का पता तो बाद में लगेगा, अभी तक शिनाख्त भी नहीं हो सकी है। ख्ब् घंटे बीत जाने के बावजूद युवती की पहचान नहीं हुई है। पुलिस के लिए मर्डर परेशानी का सबब बन गया है। दिनभर कोतवाली पुलिस युवती की पहचान कराने के लिए हॉस्टल में फोटो लेकर पहुंची लेकिन सफलता हाथ नहीं लग सकी है। पुलिस का कहना है कि युवती की शिनाख्त होने के बाद ही घटना से पर्दा उठ सकेगा।

क्या था मामला

गुरुवार देर रात बच्चा पार्क के पास एक युवती का शव सड़क किनारे पड़ा हुआ था। छाती पर गोली लगी हुई थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए मोर्चरी के लिए भेज दिया था। घटना के बाद से पूरा शहर सहमा हुआ है।

कई हॉस्टलों में गई पुलिस

युवती की शिनाख्त कराने के लिए पुलिस ने नया सिस्टम अपनाया। कचहरी पुल के पास असोड़ा हाउस और बेगमबाग के कई हॉस्टलों में पुलिस की टीम पहुंची और युवती का फोटो दिखाकर पहचान कराने की कोशिश की। देर शाम तक पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लग सकी थी।

पड़ोसी जिलों के कंट्रोल रुम को दी सूचना

मेरठ ही नहीं बल्कि पड़ोसी जिले की भी युवती हो सकती है। इंसपेक्टर कोतवाली सुभाष राणा ने नोएडा, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर जिले के कंट्रोल रुम को फोन करके युवती की गोली मारकर हत्या करने की जानकारी दी। साथ ही युवती का हुलिया भी बताया। शाम तक सभी कंट्रोम रुम ने इस तरह की कोई युवती की गुमशुदगी से इनकार किया।

ब्लेड के निशान

युवती ने ब्लेड से पहले अपना हाथ काटा था। युवती ने बाएं हाथ पर कई निशान बने हुए हैं, जो ब्लेड से काटे हुए निशान हैं। पुलिस का मानना है ब्वाय फ्रेंड के झगड़े के चलते ही युवती ने अपना हाथ काा होगा।

कातिल ले गए युवती का फोन

युवती को मौत के घाट उतारने वाले कातिल काफी शातिर थे। मौत के घाट उतारने के बाद कातिल युवती का मोबाइल अपने साथ ले गए ताकि पुलिस उन तक किसी भी सूरत में न पहुंच सके। युवती के कानों से पुलिस ने ईयर फोन जरुर बरामद किया है। पुलिस का कहना है कि मोबाइल होने से कातिलों तक पहुंचने में काफी आसानीो जाती।

युवती की शिनाख्त नहीं हो सकी है। दिनभर हमारी पुलिस टीम ने हॉस्टल में फोटो ले जाकर पहचान कराने की कोशिश की लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लग सकी है। दिल्ली से भी कुछ लोग आए थे, जिनकी बेटी गायब थी लेकिन पहचान नहीं हुई।

ओमप्रकाश,सपी सिटी

मामला प्रेम-प्रसंग का लग रहा है। मेरठ के काफी संख्या में हॉस्टल में फोटो ले जाकर हमारी पुलिस ने पहचान कराने की कोशिश की लेकिन शिनाख्त नहीं हो सकी है। पड़ोसी जिलों के कंट्रोल रुम से भी युवती का हुलिया बताकर गुमशुदगी दर्ज होने की जानकारी ली लेकिन पहचान नहीं हुई।

सुभाष राणा

इंसपेक्टर कोतवाली

मेरठ