-प्रवासी भारतीय सम्मेलन के मद्देनजर शहर की कुछ रोड हुई दुरुस्त, अन्य की हालत खस्ता

-सिगरा-महमूरगंज रोड को आधा बनाकर छोड़ा, बेनियाबाग-कबीरचौरा रोड बदहाल

प्रवासी भारतीय सम्मेलन से पहले से शहर की उन सड़कों को चमका दिया गया जहां से प्रवासियों के दल को गुजरना था। लेकिन मेहमानों के जाते ही सारे काम बंद। शहर में तमाम ऐसी सड़कें हैं जिनको दुरुस्त करने का काम आधे पर ही रोक दिया गया। सिगरा-महमूरगंज रोड को ही लें तो इस रोड पर पिछले एक साल से सीवर का काम चल रहा था, लेकिन प्रवासियों के आने के दबाव के चलते सीवर कार्य पूरा कर सड़क तो बना दी गयी लेकिन अभी भी इसके कुछ हिस्सों को वैसे ही हालत में छोड़ दिए गए है। इसकी वजह से राहगीरों को आवागमन में समस्या बनी हुई है। ऐसी ही हालत शहर के करीब दर्जनभर रोड की है।

जिम्मेदारी हुई पूरी सड़क रही अधूरी

21 जनवरी को तीन दिनों के लिए बनारस आए प्रवासी भारतीय लोगों को सारनाथ जाने में कही कोई दिक्कत न आए इसके लिए उस एरियों की सड़कों को चमका दिया गया। इतने से ही प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी को पूरा मान लिया और तिब्बती संस्थान की ओर जाने वाली सड़क को आधा बनाकर छोड़ दिया गया। कुछ ऐसी ही हालत सामने घाट, मंडुवाडीह, मच्छोदरी, बड़ी पियरी के सड़कों की है। मंडुवाडीह स्टेशन सेकेंड एंट्री रोड की हालत भी बेहद खराब है। यहां तो कई मेनहोल के ढक्क्न भी खुले पड़े है। जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

बेनिया की हालत सबसे खराब

नई सड़क बेनियाबाग से कबीरचौरा की ओर जाने वाली सड़क की हालत सबसे खराब है। बनारस कुछ सड़कों को साल में दो से तीन बार बना दिया जाता है। लेकिन इस रोड को आखिरी बार कब बनाया गया है, इसकी जानकारी अधिकारियों को भी नहीं है। पिछले राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी ने इस रोड को बनाने का आदेश दिया था। बावजूद इसके अभी तक इस सड़क को नहीं बनाया गया।

फिर खोदी जाएगी सड़क

सिगरा-महमूरगंज रोड पर हो रहे सीवर कार्य को 90 प्रतिशत पूरा होने का हवाला देकर कुछ दिन पहले सड़क के आधे से ज्यादा हिस्से को बनवा दिया गया था। लेकिन अब इन सड़कों को दोबारा तोड़ने की बात कही जा रही है। अधिकारियों की माने तो सेतु निगम द्वारा हो रहे सीवर कार्य में जहां पाइप नहीं पड़ी है उस हिस्से को नहंी बनाया गया था, लेकिन अब निगम सड़क के उस हिस्से को भी तोड़ने की बात कर रहा है जिसे दस दिन पहले बनाया गया है। हालांकि इसके लिए पहले पीडब्ल्यूडी से एनओसी लेनी होगी।

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एक नजर

यहां की सड़कें हैं खराब

-सिगरा

-महमूरगंज

-सामने घाट

-सारनाथ

-मंडुवाडीह

-बेनियाबाग, कबीरचौरा

-चितईपुर

-अवलेशपुर

-मच्छोदरी

-पांडेयपुर चौराहा

-भोजूबीर मार्ग

-मैदागिन

प्रवासी सम्मेलन के मद्देनजर

सिगरा-महमूरगंज रोड को बना दिया गया था। लेकिन इस रोड पर सीवर कार्य करने वाली एजेंसी का कहना है कि उससे रोड को तोड़ने की जरूरत है। रही बात कबीरचौरा रोड की तो यह रोड हमारे विभाग का नहीं है।

ज्ञान प्रकाश पांडेय, चीफ इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी