फर्जीवाड़ा रोकने लिए शासन ने तैयार की योजना

मोबाइल नंबर के साथ होगा रिकार्ड मैंटेन

Meerut। जिला अस्पताल में चल रहे आयुष विंग में दवा लेने के लिए मरीजों को आधार नंबर दर्ज करवाना होगा। आयुष मंत्रालय की ओर से सभी आयुष अस्पतालों में इस नियम को लागू किया गया है। जल्द ही आयुष विंग में भी यह व्यवस्था लागू करने की योजना बनाई जा रही है।

िमलेगी निजात

अस्पताल में फ्री दवाओं के चलते कई लोग फर्जी मरीज बनकर भी दवा ले जाते हैं। ऐसे में आधार कार्ड नंबर होने से मरीज का पूरा रिकार्ड विभाग के पास अपडेट रहेगा। साथ ही मरीज का मोबाइल नंबर भी मौके पर नोट किया जाएगा। इस सबसे फर्जी मरीजों पर रोक लगेगी।

मरीजों को सही से दवा मिले व सरकारी दवाओं का मिसयूज न हो, इसके लिए यह योजना तैयार की जा रही है। यह सरकार का अच्छा फैसला है। सरकारी अस्पतालों में यह जल्द लागू होगा।

डॉ। भगत सिंह, चिकित्सक, अायुष विंग

कई जगह से दवा

जिला अस्पताल में मरीजों को सहूलियत देने के लिए कई प्रकार की ओपीडी चल रही हैं। इसमें एलोपैथिक, राज्य होम्योपैथी चिकित्सालय, एनएचएम के तहत आयुष विंग में यूनानी, आयुर्वेदिक, होम्योपैथी, योगा वेलनेस सेंटर आदि शामिल हैं। चिकित्सकों का कहना है कि एक ही मरीज कई जगहों से दवा ले जाता है। मरीज का कोई रिकार्ड नहीं होता है, जिससे जरूरतमंद मरीजों को दवा नहीं मिल पाती है।

मरीजों का दायरा

एलोपैथिक दवाओं से इतर होम्योपैथी और आयुर्वेदिक चिकित्सा की ओर लोगों का रूझान बढ़ रहा है। स्थिति यह है कि हर दिन तकरीबन 250 से 300 मरीज यहां इलाज करवाने आ रहे हैं।