- प्रदेश सरकार सीबीएसई पैटर्न पर चलाने जा रही स्कूल, 6 से 12 तक लगेंगी कक्षाएं

- दाखिला ले चुके कक्षा पांच तक के छात्र पढ़ते रहेंगे, इन कक्षाओं में नए दाखिलों पर रोक

<- प्रदेश सरकार सीबीएसई पैटर्न पर चलाने जा रही स्कूल, म् से क्ख् तक लगेंगी कक्षाएं

- दाखिला ले चुके कक्षा पांच तक के छात्र पढ़ते रहेंगे, इन कक्षाओं में नए दाखिलों पर रोक

BAREILLY:

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अभी तक राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे अब सीबीएसई की किताबों के साथ नजर आएंगे। इसके अलावा क्लास फ‌र्स्ट से संचालित होने वाले इन विद्यालयों में अब कक्षा म् से ओपन होंगी। सीबीएसई पैटर्न लागू होते ही क्लास पांचवीं की क्लासेज नहीं लगेंगी। विद्यालय संचालनकर्ता समाज कल्याण विभाग को विद्यालयों को सीबीएसई पैटर्न में बदलने के आदेश दिए गए हैं। वर्ष ख्0क्म् के नए सत्र में आश्रम पद्धति पर चलने वाले विद्यालय पूरी तरह से बदले नजर आएंगे।

जिले में हैं दो विद्यालय

बरेली में भोजीपुरा ब्लॉक के गोपालपुरा में राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय संचालित है। इस विद्यालय में ब्80 सीटें हैं। इसमें ब्फ्म् छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। म्0 परसेंट विद्यार्थी अनुसूचित जाति व बाकी ब्0 फीसद अन्य वर्गो से संबंधित हैं। इसके अलावा आश्रम पद्धति विद्यालय आंवला के मनोना में पिछले वर्ष बनकर तैयार हो गया है। नए सत्र से नए पैटर्न पर इसमें पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इसके लिए समाज कल्याण विभाग में शासनादेश प्राप्त हो चुका है। नए सत्र से क्लास छह से इंटर तक की कक्षाएं संचालित होंगी।

आवासीय हैं विद्यालय

आश्रम पद्धति से संचालित हो रहे विद्यालयों में अभी तक यूपी बोर्ड के तहत पढ़ाई होती थी। इसमें एडमिशन के लिए क्लास फ‌र्स्ट से एडमिशन लेना होता था। ये विद्यालय पूरी तरह से आवासीय हैं। पढ़ने वाले बच्चों को विद्यालय में बने हॉस्टल्स में रहना पड़ता है। सरकार बच्चों के खाने, पढ़ाने व अन्य एक्टिविटीज का पूरा खर्च उठाती है। विद्यालय में एक से इंटर तक की कक्षाएं चल रही थी, लेकिन अब सरकार विद्यालय को सीबीएसई बोर्ड की मान्यता देने जा रही है। जिसके बाद इसमें क्लास पांचवीं के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करने की योजना है।

स्टॉफ की होगी भर्ती

सीबीएसई पैटर्न पर संचालित किए जाने वाले विद्यालयों के लिए नए स्टॉफ की भर्ती होगी। जिले के दो स्कूलों में करीब क्फ् शिक्षकों की भर्ती होगी। इसके अलावा अन्य कर्मचारियों की भी भर्ती की जाएगी। विद्यालय को नवोदय विद्यालय की तर्ज पर हाईटेक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। बता दें कि जिन छात्रों ने पिछले साल तक कक्षा पांच तक दाखिला लिया है, उन्हें पढ़ाया जाता रहेगा लेकिन नए दाखिले नहीं होंगे। सरकार नवोदय विद्यालयों की पैटर्न पर इन विद्यालयों को विकसित कर रही है। इनके अलावा अन्य स्टाफ भी तैनात होगा। विद्यालय को हाईटेक भी किया जाएगा।

आश्रम पद्धति विद्यालय में नए सत्र से सीबीएसई बोर्ड के तहत पढ़ाई होगी। कक्षा छह से इंटर तक बच्चे पढ़ेंगे। जिन बच्चों ने पिछले साल तक दाखिले ले लिए थे वह पढ़ते रहेंगे।

एके सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी