मामले को लेकर खामोश है

स्टेट गवर्नमेंट भी इस मामले को लेकर खामोश है, पुलिस को किसी तरह का डाइरेक्शन नहीं इश्यू किया गया है। शायद स्टेट गवर्नमेंट को लगता है कि अब वह झारखंड का रुख नहीं करेगा। यह सिचुएशन तब है जब अबू फैजल के 6 महीने तक सिटी में रहने के बावजूद यहां की पुलिस को भनक तक नहीं लगी थी। उसकी जेल से फरार होने की घटना पुलिस महकमे में चर्चा का विषय भी बनी हुई है। हालांकि इस मामले में कोई भी कुछ कहना नहीं चाह रहा है।


June 2011 में भोपाल ATS  ने किया arrest
अबू फैजल सिमी का एक्टिव मेंबर है। वह वर्ष 2010 के सितंबर मंथ से ही सिटी में रह रहा था। उसने अपने एक सहयोगी इकरार शेख की हेल्प से मानगो के जाकिरनगर क्रॉस रोड नंबर 13 में घर भी खरीद लिया था। हद तो तब हो गई जब उसने गैस का कनेक्शन व मोबाइल सीम भी ले लिया था। इसके अलावा उसने ड्राइविंग लाइसेंस
व राशन कार्ड के लिए भी अप्लाई किया था। वह यहां 6 महीने तक रहा, लेकिन सिटी पुलिस को उसके यहां रहने की भनक तक नहीं लगी। बाद में जून 2011 में भोपाल एटीएस ने उसे अरेस्ट कर अपने साथ ले गई। तब से वह जेल में था।

इस मामले से संबंधित कोई ऑफिशियल इंफॉर्मेशन मुझे नहीं मिली है। इसलिए इस संबंध में कुछ कहना मुश्किल होगा।
-रेजी डुंगडुंग, एडीजी, स्पेशल ब्रांच

Report by : jamshedpur@inext.co.in