-बिष्टुपुर तुलसी भवन में हुआ अभाविप का विश्वविद्यालय छात्रा सम्मेलन

-जुटीं 300 से अधिक छात्राएं, पांच प्रस्ताव पारित

JAMSHEDPUR: बिष्टुपुर स्थित तुलसी भवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की जमशेदपुर महानगर इकाई के विश्वविद्यालय स्तरीय छात्रा सम्मेलन का आयोजन मंगलवार को किया गया। इसमें ग्रेजुएट कॉलेज, वीमेंस कॉलेज, को-ऑपरेटिव कॉलेज, वर्कर्स कॉलेज व एलबीएसएम कॉलेज की फ्00 से अधिक छात्राएं शामिल हुई। सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि जिला परिषद अध्यक्षा बुलू रानी सिंह, अभाविप की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह जैक सदस्या डा। पुष्कर बाला, प्रदेश उपाध्यक्ष डा। कमलेश कुमार कमलेंदु, नगर उपाध्यक्षा डा। सविता मिश्रा, विश्वविद्यालय संयोजक सोनू ठाकुर, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सह ग्रेजुएट कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष श्वेता कुमारी व नगर छात्रा प्रमुख कोमल कुमारी ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर सम्मेलन की शुरुआत की।

मदद को तैयार रहें

विश्वविद्यालय संयोजक सोनू ठाकुर ने विषय प्रवेश कराया। सम्मेलन का विषय महिला शिक्षा, सुरक्षा एवं सशक्तीकरण था। सम्मेलन में मुख्य अतिथि जिला परिषद अध्यक्षा बुलू रानी सिंह ने कहा कि इस प्रकार का सम्मेलन महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आज भी छात्राओं व महिलाओं को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने इस कार्यक्रम के माध्यम से अभाविप के कार्यकर्ताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में छात्राओं की शिक्षा, सुरक्षा एवं सशक्तीकरण के लिए हर संभव मदद करने को तैयार हैं। उन्होंने छात्राओं को हमेशा जागरूक होकर कार्य करने के लिए प्रेरित किया।

संघर्षशील होने की जरूरत

सम्मेलन को संबोधित करते हुए अभाविप की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे डा। पुष्कर बाला ने कहा कि आज के दौर में छात्राओं के जुझारू व संघर्षशील होने की जरूरत है। उनमें स्वयं निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए। सम्मेलन में कुल पांच प्रस्ताव पारित हुए। कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से प्रोफेसर राजीव कुमार, प्रोफेसर विनय कुमार गुप्ता, अमिताभ सेनापति, प्रभात शंकर तिवारी, सुरज कुमार, सागर राय, अंकिता कुमारी, सतनाम सिंह, प्रियंका कुमारी, रुखसार, स्नेहा कुमारी, रवि कुमार सिंह सहित अन्य का योगदान सराहनीय रहा।

ये प्रस्ताव हुए पारित

- छात्राओं के लिए पूर्ण रूपेण नि:शुल्क शिक्षा की व्यवस्था।

- प्रत्येक प्रखंड में महिला कॉलेज एवं छात्रावास की व्यवस्था।

- प्रत्येक कॉलेज में महिला पुलिस की व्यवस्था।

-छात्राओं के लिए कौशल विकास केंद्रों की स्थापना।

-लीगल लिटरेसी सेंटर एवं कॉलेजों में सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था।