CHAIBASA: चाईबासा सदर अंचल के इंस्पेक्टर प्रेम मोहन प्रसाद मेहता को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार की दोपहर क्8 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार कर लिया। सदर थाना स्थित अपने कार्यालय में बैठकर सर्किल इंस्पेक्टर रिश्वत की रकम स्वीकार करते हुए रंगेहाथ दबोच लिए गए। आरोप है कि दुर्घटना से जुड़े एक मामले में नामजद मंझारी थाना क्षेत्र के भरभरिया गांव निवासी शैलेश केसरी का नाम हटाने के बदले इंस्पेक्टर की ओर से ख्0 हजार रुपये की मांग की गई थी। काफी मान-मनौव्वल के बाद इंस्पेक्टर क्8 हजार रुपये लेकर नाम हटाने पर राजी हो गए थे। शैलेश ने इस मामले में एसीबी जमशेदपुर के एसपी का दरवाजा खटखटाया था। इसकी बाद मामले की जांच की गई। शिकायत सही मिलने के बाद एसीबी जमशेदपुर की टीम पिछले 7ख् घंटे से जाल बिछाकर इंस्पेक्टर की निगरानी कर रही थी।

ऐन मौके पर धराया

शुक्रवार की दोपहर करीब दो बजे इंस्पेक्टर अपने ऑफिस में शिकायकर्ता से घूस ले रहे थे। इसी दौरान एसीबी की टीम ने मौके पर पहुंच कर उन्हें दबोच लिया है। एसीबी की टीम ने आरोपी इंस्पेक्टर को गिरफ्तार करने के बाद सभी जरूरी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें लेकर जमशेदपुर चली गई। शिकायत मंझारी थाना क्षेत्र के भरभरिया गांव निवासी शैलेश केसरी बताया कि फ्0 अप्रैल ख्0क्7 को भरभरिया गांव में ट्रैक्टर से दब कर शंकर सोय नामक व्यक्ति की मौत हो गई थी। उस दौरान मृतक के परिजनों ने शैलेश केसरी के नाम पर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी। इसी मामले से शैलेश केसरी का नाम हटाने के लिए सदर अंचल इंस्पेक्टर प्रेम मोहन मेहता और आईओ नंदकिशोर सिंह ने ख्0 हजार रुपये की मांग की थी। लेकिन शैलेश केसरी ने ख्0 हजार रुपये देने में असमर्थता जताई। इंस्पेक्टर की ओर से लगातार दबाव बनाए जाने के बाद उन्होंने इस मामले में एसीबी से शिकायत की।