कैसे घटी घटना

गुलशन कुमार मूल रूप से दुमका के हंसडीहा के रहनेवाले थे। ढाई माह पूर्व गुलशन का ट्रांसफर रांची हुआ था। वे अपनी बहन के सेक्टर टू स्थित घर पर रहते थे। विनीता का नगड़ी में मेडिकल स्टोर है। चूंकि आज ऑटो नहीं चल रही थी तो गुलशन उन्हें छोडऩे के लिए गए थे। लालगुटवा का पास उन्होंने बड़ी बहन को छोड़ा और वापस लौटने लगे। इसी क्रम में ऑटो नहीं मिलने पर बहन भी वापस हो रही थी। उनके मोबाइल पर एक कॉल आया कि उनके भाई का एक्सीडेंट हो गया है। उन्हें एचईसी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। बहन जब वहां पहुंची तो अपने भाई को मृत पाया। पुलिस ने डेड को कब्जे में कर पोस्टमॉर्टम के लिए रिम्स भेज दिया।

गुमला में डॉक्टर की मौत
तुपुदाना में रहनेवाले डॉक्टर 50 वर्षीय एफजे तिरू की मौत गुमला डिस्स्ट्रिक्ट में पोल से दबने के कारण हो गई। वे चैनपुर में प्राइमरी हेल्थ सेंटर के प्रभार में थे। बताया गया कि एफजे तिरू के हेल्थ सेंटर के आगे बिजली का पोल गाड़ा जा रहा था। वे निकल कर पोल को देखने लगे। शाम पांच बजे के करीब मिट्टी गीला होने की वजह से पोल गिरने लगा। पोल गिरते देख डॉक्टर ने वहां से भागने की कोशिश की, लेकिन दबने के कारण उनके सिर पर चोट लगी। उनका इलाज किया गया, लेकिन जान नहीं बची.  चैनपुर थाना पुलिस ने डेड बॉडी का पोस्टमॉर्टम करा कर रांची भेज दिया है।