घटना की फुटेज को देखा

टीम प्रबंधक कमेटी के ऑफिस में गयी। मगर यहां कोई पोस्टहोल्डर मौजूद नहीं थे। इसके बाद टीम के मेंबर डोर टू डोर जाकर लोगों की बात सुनी। टीम में एसजीपीसी के सुखदेव सिंह गौर, राजेंद्र सिंह मेहता, करनैल सिंह पंचोली, सत्यवीर सिंह व मलय सिंह शामिल थे। इन सबों ने पटना जाकर तख्तश्री कमेटी के पदाधिकारियों से बात कर घटना की जानकारी ली। उन्हें उस दिन घटित घटना की फुटेज भी संगतों ने दिखाया।

ऑफिस में नहीं आ रहे पदधारी

गुरुपर्व के दौरान विशेष पंडाल में एडिशनल हेड ग्रंथी की घोषणा के बाद तलवारबाजी व डंडा चलने के मामले में कांड 7/14 दर्ज है। इसमें नेम्ड तख्तश्री कमेटी के प्रेसिडेंट आरएस गांधी, वाइस प्रेसिडेंट आरएस जीत, महाराजा सिंह सोनू, जेनरल सेक्रेटरी चरणजीत सिंह व सेक्रेटरी महेंदर सिंह छाबड़ा के अलावा बाबा कश्मीर सिंह भूरिवाले व एडिशनल हेड ग्रंथी ज्ञानी प्रताप सिंह को नेम्ड किया गया है।

अपने ऑफिस में नहीं पहुंच रहे

कमेटी पदधारी अपने ऑफिस में नहीं पहुंच रहे हैं। संत बाबा कश्मीर सिंह भूरिवाले बिहार छोड़ चुके हैं, जबकि उनके साथ रहे अन्य संत-महापुरुष व सहयोगियों ने भी बुधवार को पटना छोड़ दिया। एफआईआर में सौ अज्ञात की बात कही गई थी, जिस पर एसएसपी ने कहा था कि फुटेज देखकर लोगों की शिनाख्त कर कार्रवाई होगी। इधर चौक थाना के एसएचओ पुष्कर कुमार ने बताया कि संभावित ठिकाने पर रेड की जा रही है, सभी नेम्ड फरार हैं।