मेष : वर्ष के प्रारंभ में सुख व शांति में वृद्धि होगी। हर काम में सफलता मिलेगी। पदोन्नति के अवसर आएंगे और घर में मांगलिक कार्य होंगे। वर्ष भर धन-संपत्ति में वृद्धि होती रहेगी, मगर मानसिक व्यथा बनी रहेगी. 
उपाय : शनि स्त्रोत का पाठ करें। शिवजी की पूजा-आराधना करें और हो सके तो रुद्राभिषेक करें। महावीर जी का सुंदर कांड पढ़ें. 
        
वृष: इस राशि वालों के लिए यह साल शुरू में चिंता बढ़ा सकती है। कार्य क्षेत्र में स्थान परिवर्तन के योग हैं। वर्ष के मध्य में समय उत्तम रहेगा। सुख व सुविधा में बढ़ोत्तरी होगी, मगर संबंधियों से परेशानी बढ़ेगी. 
उपाय : शिव की आराधना करें। तुला का दान करें। एकादशी व्रत करने से मंगल होगा। हनुमान जी की पूजा व आराधना करें.

मिथुन : यह वर्ष मिथुन राशि वालों के लिए शारीरिक कष्ट देगा। रोजी-रोजगार में परेशानी होगी। भूमि से संबंधित विवाद बढ़ सकता है। फाल्गुण शुक्ल पक्ष में अनेक अनचाही यात्रा करनी पड़ सकती है। अपने आसपास के मित्रों व व्यापारियों से समन्वय बनाए रखें. 
उपाय : एकादशी या पंचमी के दिन पांच फल व वस्त्र दान करें। साथ ही हनुमान जी की आराधना व गुरुवार का व्रत करना श्रेयस्कर होगा. 

कर्क : वर्ष के शुरू में धन व संपत्ति में वृद्धि होगी। मांगलिक कार्य होगा तथा दूसरों की मदद में तत्पर रहेंगे। चल संपत्ति में वृद्धि संभव है। श्रावण कृष्ण पक्ष के बाद कुटुम्बों व परिवार के लोगों के साथ विवाद होगा. 
उपाय : मंगल व गुरु का व्रत करना ठीक होगा। सुबह उगते सूर्य को अघ्र्य दें। गरीब बेटियों को वस्त्र दान करें. 

सिंह: इस राशि वालों के लिए नया वर्ष सामान्य रहेगा। शुरू के माह में यश व मान-सम्मान की हानि होगी। अधिक खर्च के कारण आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है। रोजगार व व्यापार में बाधा उत्पन्न हो सकती है. 
उपाय : पंचमी, सप्तशी व एकादशी को गो सेवा करें। मंगलवार को व्रत रखें व सुंदर कांड का पाठ डेली करें। एक बार रुद्राभिषेक जरूर करें। इससे लाभ होगा.

कन्या: इस राशि के लोगों को किसी विश्वासपात्र व्यक्ति द्वारा धोखा या असहयोग मिल सकता है। व्यापार में अधिक परेशानी हो सकती है। घर से दूर रहना पड़ सकता है. 
उपाय : दुर्गा सप्तशती व सुंदर कांड का पाठ करें। मार्निंग में पीपल के पेड़ में पानी दें। गरीबों के बीच कच्चा अनाज दान करें. 

तुला : वर्ष के शुरू में धन, संपत्ति व मान-सम्मान में वृद्धि होगी। कार्यों में सफलता मिलेगी। व्यापार में वृद्धि का योग बन रहा है। शादी-ब्याह व मांगलिक कार्य होंगे। शुभ कार्यों में रुचि बढ़ेगी. 

उपाय : गो सेवा व शवजी की आराधना करें। सुबह में सूर्य को अघ्र्य दें और तुला दान करें। इससे जीवन में लाभ मिलेगा.

वृश्चिक : यह वर्ष इस राशि वालों के लिए भाग्योदय का वर्ष होगा। शुरू में कुछ माह परेशानियां पैदा होंगी, मगर जून के बाद मान-सम्मान तथा धन-संपत्ति में वृद्धि संभव। वैभव विलास की सामग्री प्राप्त होगी। उदर रोग होने से शारीरिक परेशानी हो सकती है. 

उपाय : सुबह सूर्य व केले के पौधे में जल दें। गो को चना व गुड़ खिलाएं। सुंदर कांड व रुद्राभिषेक कराना लाभप्रद होगा.
 
धनु : शुरू के समय में अनुकूलता दिखाई पड़ रही है। धन, संपत्ति, मान-सम्मान, प्रतिष्ठा आदि में वृद्धि होगी। रुके हुए कार्य पूरे होंगे। व्यापारी वर्ग को लाभ मिलेगा और धार्मिक कार्य में रुचि बढ़ेंगी.

उपाय : गो सेवा, माता की सेवा एवं शनि स्त्रोत का पाठ करें। भगवान शिव की आराधना करें. 

मकर राशि
इस राशि वालों के लिए यह वर्ष अत्यंत लाभप्रद रहेगा। मान-सम्मान व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। वर्ष के उत्तरार्ध में कुटुम्ब परिवारों में विरोध बढ़ेगा। ्रयश व कीर्ति में कमी आएगी। व्यर्थ के खर्च होंगे और मानसिक ताव बढ़ेगा.

उपाय : हनुमान चालीसा व सुंदर कांड का पाठ साल भर करें। तुला दान, स्वर्ण या गो दान करें। किसी छोटी बच्ची को एकादशी या पंचमी को भोजन कराने से लाभ होगा.

कुंभ : इस राशि वालों के लिए यह वर्ष अति उत्तम होगा। इस वर्ष नौकरी या व्यवसाय में परिवर्तन संभव है। अनेक प्रकार की बाधाएं उत्पन्न होगी। व्यापार में अपने मित्रों पर अधिक विश्वास न करें। हृदय रोग होने की संभावना है। पुत्र आदि से सहयोग मिलेगा. 

उपाय : शिव जी एवं मां दुर्गा की विशेष आराधना करें। साथ ही नीलम पत्थर धारण करें. 
 
मीन राशि
यह वर्ष इस राशि वालों के लिए अनिष्टकारक है। शत्रु व रोग की उत्पत्ति होगी। धन-संपत्ति के चोरी होने की संभावना है। अपने परिवार, भाई- बांधवों से मिलकर रहें और खुद वाहन का प्रयोग कम करें अन्यथा दुर्घटना संभव है.
उपाय : शनि व महामृत्युंजय का जाप कराएं। प्रतिदिन सुंदर कांड का पाठ करें.

मेष : वर्ष के प्रारंभ में सुख व शांति में वृद्धि होगी। हर काम में सफलता मिलेगी। पदोन्नति के अवसर आएंगे और घर में मांगलिक कार्य होंगे। वर्ष भर धन-संपत्ति में वृद्धि होती रहेगी, मगर मानसिक व्यथा बनी रहेगी. 

उपाय : शनि स्त्रोत का पाठ करें। शिवजी की पूजा-आराधना करें और हो सके तो रुद्राभिषेक करें। महावीर जी का सुंदर कांड पढ़ें. 

 

वृष: इस राशि वालों के लिए यह साल शुरू में चिंता बढ़ा सकती है। कार्य क्षेत्र में स्थान परिवर्तन के योग हैं। वर्ष के मध्य में समय उत्तम रहेगा। सुख व सुविधा में बढ़ोत्तरी होगी, मगर संबंधियों से परेशानी बढ़ेगी. 

उपाय : शिव की आराधना करें। तुला का दान करें। एकादशी व्रत करने से मंगल होगा। हनुमान जी की पूजा व आराधना करें।

 

मिथुन : यह वर्ष मिथुन राशि वालों के लिए शारीरिक कष्ट देगा। रोजी-रोजगार में परेशानी होगी। भूमि से संबंधित विवाद बढ़ सकता है। फाल्गुण शुक्ल पक्ष में अनेक अनचाही यात्रा करनी पड़ सकती है। अपने आसपास के मित्रों व व्यापारियों से समन्वय बनाए रखें. 

उपाय : एकादशी या पंचमी के दिन पांच फल व वस्त्र दान करें। साथ ही हनुमान जी की आराधना व गुरुवार का व्रत करना श्रेयस्कर होगा. 

 

कर्क : वर्ष के शुरू में धन व संपत्ति में वृद्धि होगी। मांगलिक कार्य होगा तथा दूसरों की मदद में तत्पर रहेंगे। चल संपत्ति में वृद्धि संभव है। श्रावण कृष्ण पक्ष के बाद कुटुम्बों व परिवार के लोगों के साथ विवाद होगा. 

उपाय : मंगल व गुरु का व्रत करना ठीक होगा। सुबह उगते सूर्य को अघ्र्य दें। गरीब बेटियों को वस्त्र दान करें. 

 

सिंह: इस राशि वालों के लिए नया वर्ष सामान्य रहेगा। शुरू के माह में यश व मान-सम्मान की हानि होगी। अधिक खर्च के कारण आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है। रोजगार व व्यापार में बाधा उत्पन्न हो सकती है. 

उपाय : पंचमी, सप्तशी व एकादशी को गो सेवा करें। मंगलवार को व्रत रखें व सुंदर कांड का पाठ डेली करें। एक बार रुद्राभिषेक जरूर करें। इससे लाभ होगा।

 

कन्या: इस राशि के लोगों को किसी विश्वासपात्र व्यक्ति द्वारा धोखा या असहयोग मिल सकता है। व्यापार में अधिक परेशानी हो सकती है। घर से दूर रहना पड़ सकता है. 

उपाय : दुर्गा सप्तशती व सुंदर कांड का पाठ करें। मार्निंग में पीपल के पेड़ में पानी दें। गरीबों के बीच कच्चा अनाज दान करें. 

 

तुला : वर्ष के शुरू में धन, संपत्ति व मान-सम्मान में वृद्धि होगी। कार्यों में सफलता मिलेगी। व्यापार में वृद्धि का योग बन रहा है। शादी-ब्याह व मांगलिक कार्य होंगे। शुभ कार्यों में रुचि बढ़ेगी. 

 

उपाय : गो सेवा व शवजी की आराधना करें। सुबह में सूर्य को अघ्र्य दें और तुला दान करें। इससे जीवन में लाभ मिलेगा।

 

वृश्चिक : यह वर्ष इस राशि वालों के लिए भाग्योदय का वर्ष होगा। शुरू में कुछ माह परेशानियां पैदा होंगी, मगर जून के बाद मान-सम्मान तथा धन-संपत्ति में वृद्धि संभव। वैभव विलास की सामग्री प्राप्त होगी। उदर रोग होने से शारीरिक परेशानी हो सकती है. 

 

उपाय : सुबह सूर्य व केले के पौधे में जल दें। गो को चना व गुड़ खिलाएं। सुंदर कांड व रुद्राभिषेक कराना लाभप्रद होगा।

 

धनु : शुरू के समय में अनुकूलता दिखाई पड़ रही है। धन, संपत्ति, मान-सम्मान, प्रतिष्ठा आदि में वृद्धि होगी। रुके हुए कार्य पूरे होंगे। व्यापारी वर्ग को लाभ मिलेगा और धार्मिक कार्य में रुचि बढ़ेंगी।

 

उपाय : गो सेवा, माता की सेवा एवं शनि स्त्रोत का पाठ करें। भगवान शिव की आराधना करें. 

 

मकर राशि

इस राशि वालों के लिए यह वर्ष अत्यंत लाभप्रद रहेगा। मान-सम्मान व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। वर्ष के उत्तरार्ध में कुटुम्ब परिवारों में विरोध बढ़ेगा। ्रयश व कीर्ति में कमी आएगी। व्यर्थ के खर्च होंगे और मानसिक ताव बढ़ेगा।

 

उपाय : हनुमान चालीसा व सुंदर कांड का पाठ साल भर करें। तुला दान, स्वर्ण या गो दान करें। किसी छोटी बच्ची को एकादशी या पंचमी को भोजन कराने से लाभ होगा।

 

कुंभ : इस राशि वालों के लिए यह वर्ष अति उत्तम होगा। इस वर्ष नौकरी या व्यवसाय में परिवर्तन संभव है। अनेक प्रकार की बाधाएं उत्पन्न होगी। व्यापार में अपने मित्रों पर अधिक विश्वास न करें। हृदय रोग होने की संभावना है। पुत्र आदि से सहयोग मिलेगा. 

 

उपाय : शिव जी एवं मां दुर्गा की विशेष आराधना करें। साथ ही नीलम पत्थर धारण करें. 

 

मीन राशि

यह वर्ष इस राशि वालों के लिए अनिष्टकारक है। शत्रु व रोग की उत्पत्ति होगी। धन-संपत्ति के चोरी होने की संभावना है। अपने परिवार, भाई- बांधवों से मिलकर रहें और खुद वाहन का प्रयोग कम करें अन्यथा दुर्घटना संभव है।

उपाय : शनि व महामृत्युंजय का जाप कराएं। प्रतिदिन सुंदर कांड का पाठ करें।