RANCHI : जादूगोड़ा के 1500 करोड़ के ठगी के आरोपी चिटफंड किंग महाठग कमल सिंह को तीन दिन की रिमांड की अवधि समाप्त होने के बाद शुक्रवार को उसे घाटशिला की अदालत में पेश किया गया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया।

कोर्ट में पेशी

शुक्रवार को कोर्ट में पेशी के दौरान कमल सिंह ने बताया कि उसके राजकॉम कार्यालय में करोडो के सामान मौजूद थे और जरुरी कागजात थे। उसने बताया कि मेरे सामान को गायब करने वालो को नहीं छोडूंगा और बाहर आते ही उनपर मामला दर्ज करवाउंगा। उसने कहा कि कार्यालय में लगभग ढाई करोड़ रुपये थे जो हजार-हाजर के नोट थे पता नहीं किसकी मिलीभगत से मेरे कार्यालय का ताला तोड़ा गया में किसी को नहीं बख्सूंगा। कमल से मिलने पहुंचे एक युवक ने कोर्ट के बाहर कमल सिंह से पूछा की देवा कहा है उसे तो आपके साथ ही गिरफ्तार किया गया था। उसके घरवाले बहुत चिंतित है इस पर कमल ने कहा कि देवा को मेरे साथ नहीं पकड़ा गया था मुझे अकेले ही गिरफ्तार किया गया था और मुझे नहीं पता की देवा कहा है। यहाँ यह बता दे की देवा कमल का सबसे ख़ास था और कमल का पूरा हिसाब किताब और लेनदेन करता था और मासिक ब्याज भी देवा ही देता था। कमल के साथ ही देवा भी जादूगोड़ा से फरार हुआ था।

इधर राजकॉम चिटफंड निवेशक संघ के सदस्यों ने भी कमल के कार्यालय को किसके आदेश पर खोला गया और वहां का सामान कहाँ गया। इसकी जांच की मांग की है। संघ के सदस्यों ने इसे लेकर अगली बैठक रविवार को रखा गया है। इस बैठक में हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता राजिव कुमार भी शामिल होंगे। राजीव कुमार ने कहा कि वे लोगो को जागरूक करने आ रहे है और कमल को पूरा सम्पति बेचकर भी लोगो का पैसा वापस करना ही पडेगा। यहाँ बता दे की राजीव कुमार ने इस मामले में सीबीआई जांच के लिए रीट फाइल किया है। राजीव कुमार ने पहले कहा था कि कमल का कार्यालय खुलना और उसका सामान गायब होना सब बड़ी साजिश का परिणाम है। लेकिन जिसने भी सामान गायब किया है उसपर कानूनी कारवाई जरुर होगी।