RANCHI : कबाड़ी दुकानदार हसन रजा पर जानलेवा हमला करने वाले पांचों अपराधी खुले में घूम । इस घटना के हुए 10 दिन गुजर चुके हैं, लेकिन आरोपियों को पकड़ने में पुलिस नाकाम रही है। हसन के परिजनों ने बताया कि पुलिस इस मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए गंभीर नहीं है, जबकि नगड़ी ओपी के थानेदार अजय कुमार ने कहा कि अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है। उसके घरों पर दबिश बढ़ाई जा रही है, ताकि वे पकड़े जा सके। डीएसपी ने नगड़ी पुलिस को हर हाल में अपराधियों को पकड़ने के निर्देश दिए हैं।

21 दिसंबर को मारा था चाकू

21 दिसंबर को हसन राजा का छोटा भाई सैयद अख्तर नई सराय रेलवे लाइन के पास स्थित अपने कबाड़ी दुकान में था। इसी दौरान इमरान अंसारी, वागड़ा अंसारी, इरफान अंसारी, युसूफ अंसारी और ठुनुक पहुंचा। इन अपराधियों ने सैयद अख्तर से कहा कि वे कुछ छड़ व लोहा बेचना चाहते हैं। इसपर अख्तर ने कहा कि वे चोरी का सामान नहीं खरीदने हैं। इसके बाद पांचों ने अख्तर से लड़ना शुरू कर दिया। इसकी जानकारी मिलने के बाद हसन रजा दुकान पर पहुंचा। इसी दौरान अपराधियों ने बीयर की बोतल व चाकू से उसपर हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गया।

सीआरपीएफ जवानों ने बचाई जान

अपराधियों के हमले में घायल हसन रजा ने डीएसपी संदीप गुप्ता को बताया कि सीआरपीएफ जवानों ने अगर हॉस्पिटल नहीं पहुंचाया होता तो उसकी जान चली जाती। दरअसल, चाकू घोंपने के बाद सभी अपराधी फरार हो गए थे। जख्मी हालत में किसी तरह रोड तक पहुंचा। इसी दौरान सीआरपीएफ का एक वाहन इसी रास्ते से पलामू की ओर जा रहा था। ड्राइवर ने गाड़ी रोक दी। इसके बाद सीआरपीएफ जवान वाहन से उतरे और फिर हॉस्पिटल में ले जाकर एडमिट कराया।