- गंगानगर में एक मकान में आरोपी चलाते थे फर्जी एक्सचेंज

- मुख्य आरोपी सॉफ्टवेयर इंजीनियर चंद दिनों में बना चाहता था अमीर

- आरोपियों ने बीएसएनएल को लगा दिया करोड़ों का चूना

Meerut: गंगानगर में फर्जी एक्सचेंज चलाकर विदेशी कॉल रिसीव करने वाले मास्टरमाइंड साफ्टवेयर इंजीनियर को हरियाणा के पलवल से पकड़ लिया गया है। पुलिस को उसके दूसरे साथी हरीश का भी पता चल गया है। वह हैदराबाद का रहने वाला है।

बीएसएनएल को करोड़ों का फटका

क्म् जनवरी को भारतीय दूरसंचार निगम ने पुलिस के साथ मिलकर गंगानगर में इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के सामने दीक्षित निवास से फर्जी एक्सचेंज पकड़ा था। इंटरनेट का कनेक्शन देने वाले विकास चौहान को पुलिस ने जेल भेज दिया था। इसके बाद पुलिस ने म्ब् सिम फर्जी आईडी पर बेचने वाले रणखंडी के मामचंद, और लइकवाड़ा के वसीम और विशाल को गिरफ्तार कर लिया।

क्राइम ब्रांच को मिली कामयाबी

एसएसपी सुभाष सिंह बघेल के मुताबिक, मंगलवार को क्राइम ब्रांच की टीम ने हरियाणा के पलवल से क्राइम जांच एजेंसी की मद्द से निशांत पुत्र जयप्रकाश शर्मा निवासी सोहना गुड़गांव को गिरफ्तार कर लिया। बीटेक की पढ़ाई कर चुका निशांत सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, जो चंद दिनों में अमीर बनने की चाह रखता था। उसकी मुलाकात विकासपुरी दिल्ली में रहने वाले हरीश से हुई थी। हरीश मूल रूप से सलीम नगर मलक पैठ हैदराबाद का रहने वाला है। हरीश पहले भी हैदराबाद में फर्जी एक्सचेंज चला चुका है, जिसने निशांत की कंपनी से ही सॉफ्टवेयर खरीदे थे।