बीते एक मई को सरायइनायत एरिया में सुशीला को उसके सनकी प्रेमी ने शिकार बनाया था। पति से विवाद के बाद सुशीला अपने दो मासूम बच्चों के साथ मायके में रहती थी। इस दौरान गांव के ही एक सनकी प्रेमी मान सिंह ने उससे शादी का प्रस्ताव रखा। सुशीला के इंकार करने पर उसने एक मई की रात मान सिंह ने सुशीला पर सोते समय तेजाब फेंक दिया। बीच में आ जाने पर सुशीला की बहन और उसका मासूम बच्चा भी झुलस गया। सुशीला को सीरियस कंडीशन में हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया जहां ट्रीटमेंट के दौरान उसकी सांसे थम गई।

करेली की रहने वाली नाहिद (परिवर्तित नाम) पर भी एसिड अटैक हुआ था। नाहिद प्राइवेट जॉब करती है। घटना के समय वह सिविल लाइंस से स्कूटी से घर लौट रही थी। स्टेशन रोड पर बाइक से पहुंचे एक बदमाश ने उसे पर एसिड फेंक दिया। संयोग अच्छा था कि स्पीड में होने के चलते एसिड के छीटे ही उस पर पड़े। जलन होने पर उसे उसने चुन्नी फेंक दी। इसके बाद भी जख्म के निशान उसे मिल गए। इस मामले में सिविल लाइंस थाने में अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई। लेकिन आज तक यह पता नहीं चल पाया कि एसिड फेंकने वाले कौन थे और उन्होंने ऐसा किया क्यों।

21 मार्च को सरायइनायत की रहने वाली एक युवती की बॉडी झूंसी में मिली। उसका चेहरा एसिड से जला दिया गया था। इससे उसकी पहचान भी हो पाना मुश्किल थी। संयोग से मौके पर एक सिमकार्ड मिल गया। सर्विलांस टीम ने सिम से छानबीन शुरू की तो पता चला कि प्रेमी शिवम ने उसकी हत्या की थी। वह शिवम से शादी करना चाहती थी, जबकि शिवम पहले से शादीशुदा था। कन्नौज के रहने वाले शिवम ने पकड़े जाने के बाद बताया कि उसने गला घोंटकर मारने के बाद चेहरे पर तेजाब फेंक दिया ताकि उसकी पहचान न हो सके।

लास्ट इयर घूरपुर एरिया में क्लास 9वीं की छात्रा पर घर में घुसकर पड़ोस के रहने वाले युवक ने एसिड से अटैक किया था। इससे उसका चेहरा झुलस गया। छात्रा को स्वरूपरानी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। अटैक में घर वालों ने एक युवक पर शक जताया था कि जो कभी छात्रा को प्रपोज कर चुका था। छात्रा ने उसके प्यार को स्वीकार नहीं किया तो वह इस हरकत पर उतर आया। पुलिस ने इसे एकतरफा प्यार का मामला बताया।

जुलाई 2012 कोतवाली के रेड लाइट एरिया में दो लड़कियों पर एसिड अटैक हुआ। अटैक करने वाले कौन थे, उनका पता आज तक नहीं चल सका। दोनों लड़कियों को स्वरूपरानी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। एसिड अटैक से उनका चेहरा हमेशा के लिए खराब हो गया। रेड लाइट एरिया का मामला होने से पुलिस ने भी इसे सीरियसली नहीं लिया।