- अतिक्रमण हटाने का अभियान लगातार हो रहा है विरोध

- थर्सडे को प्रशासन ने 70 अतिक्रमण हटाए, 115 चिन्हित

DEHRADUN: लगातार विरोध के बीच शहर में अतिक्रमण हटाने के अभियान थर्सडे को भी जारी रहा। 115 अतिक्रमण चिन्हित किये गये और सात भवनों को सील किया गया। इस दौरान नेहरू कॉलोनी में व्यापारियों ने प्रदर्शन किया, जबकि चेतना आंदोलन संस्था ने ऐसे ढाई हजार से ज्यादा लोगों के पत्र सीएम को सौंपे, जिन्हें उनकी झुग्गी तोड़ने का नोटिस दिया गया है।

अब तक 2266 अतिक्रमण तोड़

थर्सडे को अतिक्रमण हटाओ टास्क फोर्स ने सहस्त्रधारा रोड, नेहरू कॉलोनी, जोगीवाला, मसूरी रिंग रोड आदि क्षेत्रों में अभियान चलाया। इस दौरान कुल 70 अतिक्रमण तोड़े गए। 115 अतिक्रमण चिन्हित किये गये और सात भवनों को भी बिना इजाजत व्यावसायिक गतिविधियां चलाये जाने के कारण सील कर दिया गया। अब तक कुल 2266 अतिक्रमण तोड़ दिये गये हैं, 4789 का चिन्हीकरण किया गया है और 95 भवनों के सील किया जा चुका है।

नेहरू कॉलोनी में व्यापारियों का विरोध

तोड़फोड़ के दौरान नेहरू कॉलोनी में दुकानदारों में जोरदार विरोध दर्ज कराया। व्यापारियों के पास एक बड़ा बैनर था, जिस पर लिखा था स्मार्ट सिटी तो बहाना है, दुकानदारों को सड़क पर लाना है। अधिकारियों के समझाने पर भी दुकानदार नहीं माने और नारेबाजी करते रहे। इस दौरान विधायक उमेश काऊ भी दुकानदारों के बीच पहुंचे।

सीएम को सौंपे पत्र

इस बीच बस्तियों को तोड़ने के खिलाफ लगातार आवाज उठा रही चेतना आंदोलन संस्था ने मुख्यमंत्री को 2256 पत्र सौंपे। ये पत्र उन लोगों की तरफ से लिखे गये हैं, जिन्हें उनके घर तोड़ने का नोटिस दिया गया है। संस्था ने गरीबों के घर तोड़ने के बजाय इस मामले में अध्यादेश लाने की मांग की। सीएम को मिलने गये प्रतिनिधिमंडल में चेतना आंदोलन संस्था के त्रेपन सिंह चौहान और शंकर गोपालकृष्णन, सीपीएम के बचीराम कंसवाल, सीपीआई के समर भंडारी, सपा के डॉ। एसपी सचान आदि मौजूद थे।

बिजली विभाग को निर्देश

इस बीच अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने यूपीसीएल के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वें अतिक्रमण की परिधि में आ रहे ट्रांसफार्मर, बिजली की लाइन, पोल, एचटी व एलटी लाइनों को हटाने में तेजी लाएं।