- हादसे की गहनता से कराई जा रही जांच: सीएम

- तकनीकी, खस्ताहाल सड़क और ओवरलोडिंग पर मांगी गई है रिपोर्ट

KOTDWAR: पौड़ी जिले के धुमाकोट-भौन मार्ग पर हुई बस दुर्घटना को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने मामले की गहनता से जांच कराई जा रही है। तकनीकी, ओवर लोडिंग और सड़क की दुर्दशा पर संबंधित विभागों से रिपोर्ट मांगी गई है। इस बीच, पौड़ी के एसएसपी जगतराम जोशी ने ओवरलोडिंग के लिए प्रथमदृष्टया दोषी करार देते हुए धुमाकोट के थानेदार लक्ष्मण सिंह कठैत को निलंबित कर दिया। प्रकरण की मजिस्ट्रेटी जांच भी शुरू कर दी गई है। लैंसडोन के उप जिलाधिकारी कमलेश मेहता की अगुआई में जांच टीम ने सोमवार को मौके पर जाकर साक्ष्य जुटाए। हालांकि, अभी हादसे के स्पष्ट कारण सामने नहीं आ पाए हैं, लेकिन खस्ताहाल सड़क और ओवर लोडिंग को मुख्य वजह माना जा रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हल्द्वानी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हादसे के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। विस्तृत रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी। दोपहर, मजिस्ट्रेटी जांच अधिकारी एवं लैंसडोन के एसडीएम कमलेश मेहता लोक निर्माण विभाग और धुमाकोट थाने की पुलिस के साथ घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने मौका मुआयना कर आसपास के लोगों से दुर्घटना के कारणों की पड़ताल की। घटनास्थल के पास सड़क के बीचोंबीच गहरा गड्ढा दिखा, सड़क का बाहरी हिस्से में डामरीकरण नहीं था। जांच अधिकारी का कहना है कि प्रथमदृष्टया ओवरलोड की वजह से हादसा होना सामने आया है, लेकिन इस मामले में आरटीओ से तकनीकी और लोनिवि सड़क के बाबत रिपोर्ट मांगी गई है, उसके बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा। अनुमान लगाया जा रहा है ओवर लोडिंग और गड्ढे से बचने का प्रयास करते वक्त बस के असंतुलित बस खाई में गिरी।