सेल्थ टैक्स के हाथ लगे चौकाने वाले प्रपत्र

-फर्जी व्यापारी के नाम माल बेचने का भंडाफोड़

GORAKHPUR:

सेल टैक्स डिपार्टमेंट की लाख कोशिशों के बाद भी प्रदेश से बाहर माल भेजने के नाम पर होने वाला फर्जीवाड़ा रुक नहीं पा रहा है। प्रपत्रों में हेराफेरी करना कुछ व्यापारियों का शगल बन गया है। शनिवार को वाहनों की जांच के दौरान सेल्स टैक्स की टीम को चौकाने वाले प्रपत्र हाथ लगे हैं। फर्जी व्यापारी के नाम पर माल खरीदने और बेचने का प्रपत्र तैयार कराया गया था। कुछ बड़े व्यापारी खुलकर फर्जीवाड़े कर रहे है। इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। जिनमें माल खरीदने व बेचने वाले व्यापारी वास्तव में हैं ही नहीं। जांच के दौरान सेल्स टैक्स विभाग के अफसरों ने ऐसे ही मामलों को फिर उजागर किया है। सेल टैक्स की टीम ने एक फर्जी व्यापारी के नाम पर हो रहे बड़े गोरखधंधे को उजागर करते हुए 13.86 लाख की जमानत राशि जमा कराई।

सिक्किम व पश्चिम बंगाल जा रहा था माल

सहायक आयुक्त सेल टैक्स विनय पांडेय व राजेश कुमार सिंह ने चार मालवाहक वाहनों को रोककर जांच की। वाहन पर लदे माल को पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार भेजा जा रहा था। वाहन सिक्किम लाजिस्टिक ट्रांसपोर्ट कंपनी, एयर ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन व अमर ज्योति ट्रांसपोर्ट कंपनी के थे। एडिशनल कमिश्नर (ग्रेड-1) आरके कुरील ने बताया कि कागजों के मुताबिक गाडि़यों लदे माल को यूपी होते हुए दूसरे राज्यों में जाना था। जांच में पाया कि माल को खरीदने व बेचने वाले बहुत से व्यापारी फर्जी हैं। इस आधार पर इन वाहनों को रोक कर कारण बताओ नोटिस दी गई। व्यापारी द्वारा दिए गए जवाब को सही नहीं मानते हुए माल की अनुमानित कीमत 34-65 लाख रुपये निर्धारित कर 13.86 लाख रुपये की जमानत वसूली गई।