एंटी रोमियो स्क्वाड की कार्यप्रणाली में किया बदलाव

सिर्फ शिकायत पर एक्शन

एक्सक्लूसिव

-बिना शिकायत किसी को परेशान को नहीं करेगी पुलिस

-मजनुओं को पकड़ने के लिए बनाई गई थी पुलिस टीम

मनोज बेदी

मेरठ : युवतियों के साथ छेड़छाड़ व मनचलों को पकड़ने के लिए बनाया गया एंटी रोमियो स्क्वाड अब शिकायत मिलने पर ही कार्रवाई करेगा। स्क्वाड की कार्यप्रणाली को लेकर लखनऊ में विशेष ट्रेनिंग दी गई। इसके कुछ नियम भी बताए गए।

क्या है मामला

युवतियों और महिलाओं के साथ हो रही छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए 17 मार्च 2017 को यूपी के हर जिलों में एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन किया गया था, जिसमें हर थाने से एक दरोगा व चार सिपाही शामिल किए गए थे। टीम की ड्यूटी सार्वजनिक जगहों पर लगाई गई थी। इसका मुख्य काम ऐसे शख्स की पहचान करना था, जो युवतियों या महिलाओं का पीछा कर रहे हों या फिर उन पर अश्लील कमेंट कस रहे हों।

क्यों फेल हुई योजना

टीम बनते ही एक महीने में फेल हो गई। एंटी रोमियो स्क्वाड ने पार्क व होटल, रेस्टोरेंट में बैठे युवक- युवतियों को पकड़कर पीटना शुरू कर दिया, जिस पर लोगों ने नाराजगी जताई। इस कारण एंटी रोमियो स्क्वाड को बीच में ही बंद कर दिया गया। मेरठ में टीम ने छेड़छाड़ के 20 मुकदमें दर्ज किए थे। योजना को दोबारा शुरू करने के लिए एंटी रोमियो स्क्वाड के सदस्यों को लखनऊ बुलाया गया। उन्हें एक महीने की विशेष ट्रेनिंग दी गई। जिससे इस एंटी रोमियो स्क्वाड टीम को दोबारा से शुरू कराया गया।

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मेरठ में एंटी रोमियो स्क्वाड अब शिकायत आने पर ही कार्रवाई करेगी, लेकिन यह स्कूल, कालेजों व चौराहों पर तैनात रहेगी।

-मान सिंह चौहान

एसपी सिटी

शहर में मनचले जब मर्जी छेड़छाड़ करते हैं तो हमें आने-जाने में भी दिक्कत होती है। कॉलेज आते-जाते हुए पीछा भी करते हैं।

अपूर्वा पांडे

सड़कों पर निकलना मुश्किल है। अकेले कहीं आ-जा नहीं सकते। पुलिस कुछ नहीं करती बस खड़ी रहती है।

संप्रदा श्रीवास्तव

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कॉलेज के बाहर खड़े होकर मनचले छेड़ जाते हैं। पुलिस या तो होती ही नहीं या सिर्फ खड़ी रहती है।

श्रुति