- जिले में 359 गाडि़यां एंबुलेंस के नाम पर रजिस्टर्ड

-इनमें से 153 गाडि़यों के कागजात जांच में फर्जी पाए गए

- 153 गाडि़यों को जमा करना होगा टैक्स

GORAKHPUR: मरीजों की सेवा करने के नाम पर धनउगाही का मामला सामने आया है। गोरखपुर में शान से नीली बत्ती लगा फर्राटा भरने वाली 153 एंबुलेंस मरीजों की सेवा में नहीं बल्कि धंधे में लगी हैं। ये खुलासा आरटीओ विभाग ने इन गाडि़यों के कागजात के जांच के बाद किया। फिलहाल अभी तक ये गाडि़यां एंबुलेंस के नाम पर बेरोक-टोक सड़क पर दौड़ रही थीं और इनके करतुत के बारे में आरटीओ विभाग को भी खबर नहीं थी। ये मामला तब जग जाहिर हुआ जब लखनऊ में ट्रामा सेंटर के पास एक साथ आठ गाडि़यां परिवहन विभाग ने पकड़ी जिनके कागजात फर्जी निकले। इसके बाद गोरखपुर में भी आनन-फानन में आरटीओ विभाग सख्त हुआ तो कई कागजात गलत मिले जिनसे टैक्स वसूलने के लिए वाहन मालिकों को नोटिस भेजा जा रहा है।

अंडर चार्ज में चल रहीं एंबुलेंस

आरटीओ विभाग के आकड़े पर अगर गौर किया जाए तो वर्तमान समय में जिले में कुल 359 गाडि़यां एंबुलेंस के तौर पर रजिस्टर्ड हैं। इनके कागजात चेक हुए तो इनमे से 153 गाडियों के कागजात फर्जी निकले। 118 गाडि़यां केयर ऑफ में हॉस्पिटल का नाम डाला है और अंडर चार्ज में वाहन मालिक का नाम दर्ज है। वहीं 35 ऐसी भी गाडि़यां हैं जो सिंगल एक व्यक्ति के नाम पर एंबुलेंस सेवा के नाम पर धंधा कर रही हैं। इन वाहनों के खिलाफ अब आरटीओ विभाग सख्त मूड में है और सभी गाड़ी मालिकों को नोटिस भेज रहा है।

विभाग को भी नहीं थी खबर

सूत्रों की माने तो जिम्मेदारों की आंखों में धूल झोंक कर सालों से यहां पर गाडि़यां फर्जी कागजात लगाकर एंबुलेंस में पास कराकर धन उगाही में लगी हैं। वहीं आरटीओ विभाग को इस बात की जरा भी भनक नहीं लगी। सूत्रों की मानें तो इन गाडि़यों में एंबुलेंस के लिए जो जरूरी मानक यानी यंत्र होने चाहिए वो भी मौजूद नहीं रहते हैं। इससे मरीजों की जान का भी खतरा बना रहता है।

वसूलेंगे टैक्स

आरटीओ विभाग एंबुलेंस में लगीं दस साल पुरानी गाड़ी को जो वर्तमान में रेट होगा उसी के हिसाब से टैक्स वसूलेगी। इसके लिए वे गाड़ी मालिकों के पास नोटिस भी भेज रही है।

टैक्स में मिलेगी सहूलियत

आरटीओ प्रवर्तन श्याम लाल ने बताया कि सिटी में जो भी गाडि़यां एंबुलेंस के नाम पर अंडर चार्ज और किसी एक व्यक्ति के नाम पर चल रही हैं। वे खुद आकर अपना टैक्स जमा कर सकते हैं। अभी टैक्स जमा करने वालों को छुट भी दी जाएगी।

इनका टैक्स माफ

-ऐसे वाहन जो पुरी तरह हॉस्पिटल के स्वामित्व में हैं।

इनको देना होगा टैक्स

-ऐसी एंबुलेंस जो हॉस्पिटल के नाम तो हैं लेकिन अंडरचार्ज किसी व्यक्ति के नाम है।

-ऐसी एंबुलेंस जो किसी व्यक्ति या डॉक्टर के नाम पर हैं।

वर्जन-

जिले में चलने वाली एंबुलेंस की कुंडली खंगाल ली गई है। 153 एंबुलेंस मालिकों को टैक्स जमा करने के लिए नोटिस भेजा जा रहा है। जो समय से टैक्स जमा नहीं करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

श्याम लाल, आरटीओ प्रशासन