- इन स्कूलों ने आरटीई के तहत अभी तक नहीं दिए छात्रों के एडमिशन

- इन स्कूलों में चार सीबीएसई और तीन आईसीएसई बोर्ड के स्कूल शामिल

LUCKNOW:

निशुल्क बाल शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के अंतर्गत दाखिला न लेना 10 स्कूलों को महंगा पड़ गया। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इन स्कूलों की मान्यता खत्म करने की संस्तुति ज्वाइंट डायरेक्टर माध्यमिक जेडी से की है। साथ ही इसकी एक प्रति संबंधित बोर्ड और मुख्य विकास अधिकारी को भी भेज दी है। बार-बार नोटिस देने के बाद भी इन स्कूलों ने आरटीई के एडमिशन नहीं लिए थे।

नहीं दे पाए जवाब

बीएसए डॉ। अमर कांत सिंह ने ऐसे ही 10 स्कूलों की मान्यता खत्म करने के लिए जेडी से संस्तुति की है। इन स्कूलों की सूची भी प्रेषित कर दी है। बार-बार निर्देश दिए जाने के बाद भी स्कूलों ने एक भी बच्चे को एडमिशन नहीं दिया। जब विभाग ने इन स्कूलों को नोटिस देकर जवाब मांगा तो इन्होंने जो भी कारण बताए वे आरटीई के प्राविधानों के अंतर्गत नहीं आता है।

बनाते रहे कई बहाने

जिन स्कूलों की मान्यता खत्म करने की संस्तुति की गई है, उन्होंने एक भी बच्चे को एडमिशन नहीं दिया है। बेसिक शिक्षा कार्यालय ने इन स्कूलों को एडमिशन देने के लिए बच्चों की सूची भेजी थी। कई स्कूलों ने विभाग द्वारा नोटिस भेजने पर जवाब भी नहीं दिया। कुछ स्कूलों ने बच्चों के निवास स्थान की दूरी स्कूल से अधिक बताई तो किसी ने बच्चे की उम्र पर आपत्ति दर्ज की। बीएसए ने बताया कि जिन स्कूलों की मान्यता खत्म करने की संस्तुति की गई है उनमें चार सीबीएसई बोर्ड के, तीन आईसीएसई बोर्ड के और तीन बेसिक शिक्षा परिषद से संबद्घ हैं।

इन स्कूलों पर गिरी गाज

बेबी मार्टिन इंटरनेशनल स्कूल, तहसीनगंज व दुबग्गा शाखा

एक्जान मोंटेसरी स्कूल, खाला बाजार

ब्राईट वे स्कूल की सभी शाखाएं

रेड रोज सीनियर सेकेंडरी स्कूल, राजाजीपुरम

लोयला इंटरनेशनल स्कूल, बादशाहनगर

सिद्घार्थ पब्लिक स्कूल, बुद्घवेश्वर मोहान रोड

गुरुकुल एकेडमी, इंदिरानगर

महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल, मोतीनगर

ऐलन हाउस पब्लिक स्कूल, वृंदावन योजना

राजकुमार एकेडमी, कश्मीरी बाग