तीनों पुलिसकर्मी लाइन में रह कर बेहतर पुलिसिंग का पाठ पढ़ेंगे। जहां उन्हें ह्यïूमन बिहेवियर के लिए स्पेशल क्लास भी दी जाएगी। उधर, सीबी-सीआईडी ने भी इस चर्चित मामले की जांच शुरू कर दी है।

गिरी गाज

मित्र पुलिस की नापाक कारगुजारी पर फाइनली डंडा चल हीगया। चोरी के आरोपी संतोष व उसकी फ्रेंड के साथ मारपीट करने वाले कांस्टेबल अरविंद कुमार, अरविंद गिरी और रणवीर को लाइन हाजिर कर दिया गया है। तीनों पर संतोष को सरेआम बुरी तरह फिजिकल टॉर्चर करने का आरोप है। वहीं डीजीपी जेएस पांडेय ने पहले ही कहा था कि ऐसे पुलिस कर्मी सिविल पुलिसिंग के लायक नहीं हैं। उनके निर्देश पर एसएसपी जीएन गोस्वामी ने ये कार्रवाई की है। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि मित्र पुलिस की अवधारणा हर हाल में कायम रखी जाएगी। इसकी साख पर बट्टा लगाने वाले कर्मी किसी भी हाल में बख्शे नहीं जाएंगे।

लाइन में करेंगे duty 

मारपीट के आरोपी पुलिस कर्मी अपने किए के लिए पुलिस लाइन पहुंच चुके हैं। जहां वह संतरी की ड्यूटी करेंगे। पुलिस कप्तान ने कहा कि इस मामले की जांच चलने तक वह यहीं तैनात रहेंगे। जांच के परिणाम के बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा। इसके साथ ही उन्हें ये भी सिखाया जाएगा कि वह कामन पब्लिक के साथ किस तरह का बिहेव करें। महकमे के सीनियर ऑफिसर्स ने भी इस मामले को बेहद गंभीरता के साथ लिया है। जिसके चलते ये कार्रवाई की गई।

शिकायत प्राधिकरण भी कर रहा जांच

बर्बरता और क्रूरता के इस मामले को राज्य  पुलिस शिकायत प्राधिकरण ने भी संजीदगी के साथ लेते हुए जांच करने का निर्णय लिया है। जिसके लिए उसने सर्किल ऑफिसर नेहरू कॉलोनी एलएम उप्रेती से इस मारपीट की फुटेज मांगी हैं, जिसके बाद इस घटना के आरोपी तीन पुलिस कर्मियों से पूछताछ की जाएगी। उधर, सीबी-सीआईडी ने भी इस मामले की इंट्रोगेशन शुरू कर दी है। हालांकि ये जांच अभी शुरुआती दौर में है। तथ्य मिलने के बाद इसमें तेजी लाई जाएगी।

थाना प्रभारी का दावा निकला झूठ

आरंभ में इस पूरे मामले को फेक बताने वाले थाना प्रभारी मदन पाल सैनी अब कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। जब ये फुटेज सामने आई थी, तब उन्होंने कहा था कि पूरा मामला फेक है और वीडियो फुटेज के साथ छेड़छाड़ की गई है। हालांकि जिस दिन ये वाकया हुआ, उस समय सैनी सिटी से बाहर थे, लेकिन बिना कुछ जाने वह अपने मातहतों को अंत तक बचाने का हर संभव प्रयास करते रहे।