सुबह से शुरू हुई हॉस्टल खाली कराने की कार्रवाई शाम तक चली

ALLAHABAD: इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर हॉस्टल खाली कराने पहुंची टीम को सोमवार को जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। हालैंड हॉल के प्रिंसिपल आवास में अवैध रूप से रहने वाले एक शख्स ने खुद को इलाहाबाद हाईकोर्ट का अधिवक्ता बताते हुए विरोध कर दिया। उनकी चीफ प्रॉक्टर प्रो। राम सेवक दुबे से कहासुनी हो गई। प्रॉक्टर को सीधे-सीधे धमकी दी गई कि वे उनके टार्गेट पर आ गये हैं। खामियाजा प्रॉक्टर को भुगतना होगा। इसके बाद भी उन्हें कमरा खाली करके जाना पड़ गया।

छात्र बोले बंगला भी खाली करायें

अधिवक्ता के समर्थन में कुछ वकील और बाहरी लोग भी पहुंच गये। सुबह 10:30 बजे पुलिस फोर्स लेकर पहुंचे ऑफिसर्स को वकीलों समेत अन्य बाहरी लोगों को काबू में करने में करीब पांच घंटे लग गये। अन्तत: अधिवक्ता को कमरा छोड़ना ही पड़ा। इससे पहले हालैंड हाल में कार्रवाई का विरोध छात्रों के झुंड ने किया। इनका कहना था कि हास्टल के कई बंगलों में लोग अवैध रूप से रह रहे हैं। उसे भी खाली कराया जाय। छात्रों ने इसमें एक सीओ, एक पूर्व अधीक्षक व कुछ अन्य चर्चित लोगों का नाम लिए।

बाक्स

चले बम, पुलिस ने पटकी लाठी

हालैंड हाल में कार्रवाई के दौरान आरएएफ को लाठी पटककर लड़कों को खदेड़ना पड़ गया। चीफ प्रॉक्टर ने कहा कि वे अधिवक्ता की लॉ की डिग्री वापस लेने के लिये बार एसोसिएशन और यूनिवर्सिटी की कार्य परिषद को पत्र लिखेंगे। इसके अलावा कार्रवाई में अवरोध पैदा करने के लिये हाईकोर्ट में आदेश अवमानना वाद भी दाखिल होगा। इससे पहले सुबह के समय हालैंड हाल के बाहर और अन्दर तीन बम चलने से हड़कम्प मच गया। यहां से पुलिस बल शाम चार बजे खाली हो सकी। इसके बाद एसडी जैन छात्रावास में करीब डेढ़ घंटे कार्रवाई चली।

हालैंड हाल के 142 कमरे और एसडी जैन के 37 कमरे खाली हुये हैं। हालैंड हाल में बमबाजी को लेकर मैने एफआईआर लिखवा दी है। आज डॉ। एस राधाकृष्णन, शताब्दी ब्वायज एवं हॉल ऑफ रेजिडेंस में अभियान चलेगा।

प्रो। आरएस दुबे,

चीफ प्रॉक्टर