- शासन के आदेश पर जिला प्रशासन, जीडीए की मदद से बगैर ले-आउट के चल रहे स्कूल-कालेजों के खिलाफ शुरू करेगा अभियान
- घर में स्कूल खोलने वाले स्कूल संचालक के खिलाफ जाएगी नोटिस, उसके बाद होगी कार्रवाई
GORAKHPUR: अगर आपने अपने ही घर में स्कूल या कालेज खोल रखा है तो अब आपके खिलाफ कार्रवाई शुरू होने का दौर आ चुका है। क्योंकि शासन के आदेश पर जिला प्रशासन ने संबंधित विभागों को इस बात का निर्देश जारी किया है जहां पर बगैर ले-आउट के घर में चल रहे स्कूल या कालेज को तत्काल प्रभाव से चिन्हित कर उसके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करें। यहीं नहीं जुर्माना लगाकर स्कूल को सील किए जाने की भी प्रक्रिया अपनाई जा सकती है।
जीडीए की मदद से भेजी जाएगी नोटिस
बता दें, सिटी में सैकड़ों ऐसे स्कूल हैं। जो घर में संचालित हो रहे हैं। लेकिन जीडीए से उनका ले-आउट पास नहीं है। ऐसे स्कूल संचालक कामर्शियल टैक्स के रूप में टैक्स न जमा करके घरेलू हाउस टैक्स के रूप में रकम अदा कर रहे हैं। लेकिन इस्तेमाल कामर्शियल कर रहे हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा। क्योंकि शासन ने यूपी के सभी कमिश्नर व डीएम को निर्देश दिया है कि वे जीडीए की मदद से ऐसे स्कूल या कालेज जो घर में संचालित हो रहे हैं, उन्हें चिन्हित करें। इन स्कूलों को जीडीए की मदद से पहले नोटिस भेजना है। नोटिस के जवाब आने तक कोई कार्रवाई नहीं करना है। नोटिस के जवाब के बाद संबंधित स्कूल संचालक के खिलाफ कार्रवाई करना है। साथ ही साथ जिस संस्था से मान्यता प्राप्त विद्यालय या कालेज है। उसे भी नोटिस भेजकर मान्यता रद्द करने की सिफारिश करनी है।
250 से ऊपर है बगैर ले-आउट के स्कूल-कालेज
वहीं जिला प्रशासन की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, जिले भर में करीब 250 से ऊपर ऐसे स्कूल हैं जो बगैर ले-आउट के चल रहे हैं। इन स्कूलों को चिन्हित कर उन्हें नोटिस भेजा जाएगा। उसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई में पहले जुर्माना चार्ज किया जाएगा। जुर्माना नहीं चुकाने पर संचालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
इन एरिया में चल रहे हैं घरों में स्कूल
- आजाद नगर
- रूस्तमपुर
- बगहा बाबा रोड
- शिवपुरी कालोनी
- सर्वोदय नगर बिछिया
- टीपी नगर
- दिव्य नगर
- खोराबार
- कूड़ाघाट
- आम बाजार
- राप्तीनगर
- चरगावां
वर्जन
घर में चल रहे स्कूल स्कूल या कालेज को पहले नोटिस भेजी जाएगी। नियम विरुद्ध जो भी स्कूल संचालक कार्य कर रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
के विजयेंद्र, पांडियन, डीएम