-जिला प्रशासन ने वित्त विभाग को भेजी जांच रिपोर्ट

-जिले में नन बैंकिंग कंपनियों की जांच के लिए बनी थी टीम

-आरबीआई के नियमों के उल्लंघन की बात आई है सामने

JAMSHEDPUR: भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों का उल्लंघन कर जिले में कारोबार कर रहीं क्0 नन बैंकिंग कंपनियों पर कार्रवाई की अनुशंसा जिला प्रशासन ने करते हुए जांच रिपोर्ट भी वित्त विभाग को भेज दी है। इन कंपनियों पर कार्रवाई को लेकर अब जिला प्रशासन को वित्त विभाग के निर्देश का इंतजार है। जिले में नन बैंकिंग कंपनियों की जांच के लिए प्रशासन ने जिला भू अर्जन अधिकारी अखलेश सिन्हा, एलडीएम तन्मय कुमार कारक और एक वाणिज्य कर अधिकारी की टीम बनाई थी। इस टीम ने क्0 नन बैंकिंग कंपनियों पर कानून का शिकंजा कसा। यह कंपनियां रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से निबंधित हैं। लेकिन, इन्हें ग्राहकों से जमा लेने की अनुमति नहीं है। यह कंपनियां ऋण आदि का कारोबार ही कर सकती हैं। लेकिन, इन नियमों का उल्लंघन करते हुए यह कंपनियां जिले में ग्राहकों की रकम जमा भी करती हैं। जांच में इस बात का खुलासा होने पर जिला प्रशासन ने इन कंपनियों के प्रतिनिधियों से कंपनियों का पक्ष मांगा। कंपनियों ने ठोस तरीके से अपना पक्ष नहीं रखा और रिजर्व बैंक से मिले लाइसेंस की ही कॉपी फिर जांच कमेटी को दे दी। सभी कंपनियों का पक्ष लेने के बाद जिला प्रशासन ने इन कंपनियों पर कार्रवाई की अनुशंसा कर दी है। जांच कमेटी के अध्यक्ष जिला भू अर्जन अधिकारी अखलेश सिन्हा ने बताया कि जांच रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है।

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भूमिगत होकर कर रहे काम

जिले की ख्ख् कंपनियां भूमिगत होकर काम कर रही हैं। इन कंपनियों को भी ग्राहकों का पैसा अपने पास जमा करने का अधिकार नहीं है। जांच रिपोर्ट में सामने आया था कि इन बैंकों की शाखाएं तो बाजार में बंद हैं, लेकिन यह कंपनियां भूमिगत होकर काम कर रही हैं।

दो कंपनियों की जांच के आदेश

डीपीओ बी अबरार ने एसडीओ घाटशिला को पत्र लिख कर डुमरिया बाजार में चलने वाली नन बैंकिंग कंपनी किंग फिशर और वेलफेयर की जांच करने के आदेश दिए हैं। इन कंपनियों के खिलाफ लोगों ने जिला प्रशासन से शिकायत की है।

कार्रवाई की जद में कंपनियां

उज्जीवन फाइनेंस एप्राइवेट लिमिटेड, वेलफेयर बिल्डिंग एंड इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, रोज वैली ग्रुप आफ कंपनीज, सहारा क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी, एसकेएस माइक्रो फाइनांस लिमिटेड, साइजा फाइनांस प्राईवेट लिमिटेड, विश्वमित्रा प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, विश्वमित्रा माइक्रो फाइनांस, ग्रामीण सेवा को-आपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड और आदर्श क्रेडिट कोआपरेटिव, आदर्श सोसायटी।