सूची पर भी नाराजगी जतायी
फिक्की के एक कार्यक्रम में अभिनेता आमिर खान ने कल बुधवार को फिल्म सेंसर बोर्ड को आड़े हाथों लिया. उन्होंने सेंसर बोर्ड पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि वह मीडिया या फिल्मों में किसी भी प्रकार के प्रतिबंध के खिलाफ हैं. इन दोनों को कभी भी कोई बेवजह शिकंजा कसना गलत है. उन्होंने इस दौरान वर्ष 2013 वाले मामले में भी माफी मांगी. उन्होंने कहा कि विश्वरूपम पर प्रतिबंध लगाने जाने पर खेद जताते हुए कमल हासन का उस वक्त न साथ मेरे गलती थी. इतना ही नहीं मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर ने सेंसर बोर्ड की ओर से कई शब्दों को प्रतिबंधित करने की सूची पर ही नाराजगी जतायी. उन्होंने बोर्ड की जारी सूची का खुलकर विरोध करने के साथ ही कहा कि यह कैसे तय हुआ है. उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि जब इस बारे में सूचना व प्रसारण मंत्री से भी बात की तो उन्होंने यही बताया कि मंत्रालय की ओर से प्रतिबंधित शब्दों की कोई सूची जारी नहीं हुई है.
28 शब्दों की एक सूची जारी की
इस दौरान आमिर ने कहा कि सूचना व प्रसारण मंत्री ने यह भी कहा कि यह सर्टिफिकेट जारी करने का बोर्ड है, सेंसर बोर्ड नहीं. ऐसे में उनके मुंह से यह सुनकर अच्छा लगा. गौरतलब है कि हाल ही में सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष बने पहलाज निहलानी ने वर्ष 2003 के एक आदेश के आधार पर बांबे सहित 28 शब्दों की एक सूची जारी की है. सूची के इन शब्दों का किसी भी फिल्म या डाक्यूमेंट्री में इस्तेमाल करने पर पाबंदी लगाई गई है. बताते चले कि पहलाज निहलानी अभी इसी साल जनवरी में सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पद पर आसीन हुये हैं. उनके आने के बाद से सेंसर बोर्ड में की ओर से फिल्मों को लेकर काफी हलचल हो रही है. जिससे अब बॉलीवुड पूरी तरह से उनके विरोध में उतर चुका है.
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