एडीए और राजकीय आस्थान ने गिराया दबंग तहसीलदार का अवैध लॉज

राजकीय आस्थान की जमीन पर अवैध कब्जा कर बनाया गया था लॉज

कार्रवाई से भड़के लॉज में रह रहे लड़के

एडीए टीम पर किया पथराव, पुलिस ने चलाई लाठी

ALLAHABAD: भू माफिया हों या फिर अधिकारी, योगी सरकार में किसी की मनमानी नहीं चलेगी। सरकार की मंशा और सख्ती को देखते हुए अवैध कब्जा करने वालों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। रविवार को राजकीय आस्थान, जिला प्रशासन के साथ इलाहाबाद विकास प्राधिकरण की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए तेलियरगंज स्थित नए पुरवा में एक तहसीलदार द्वारा अवैध कब्जा कर बनाए गए 46 कमरों के लॉज पर तोड़फोड़ की कार्रवाई की। लॉज के कुछ हिस्से को गिराया गया। जिसका लॉज में रह रहे लड़कों व लोगों ने विरोध किया। टीम पर पथराव भी किया गया। पुलिस ने लाठी पटककर मामला शांत कराया।

राजकीय आस्थान की भूमि पर बना लिया था लॉज

प्रतापगढ़ के पट्टी में तैनात तहसीलदार संतोष कुमार सोनकर ने इलाहाबाद के तेलियरगंज स्थित नया पुरवा इलाके में कुछ वर्ष पूर्व राजकीय आस्थान की 13 बिस्वा स्टेट लैंड भूमि पर अवैध तरीके से कब्जा कर लिया। उन्होंने भूमि पर न सिर्फ अवैध कब्जा किया, बल्कि अपने प्रभाव व सेटिंग के बल पर अवैध तरीके से निर्माण कराते हुए 46 कमरे का लॉज भी खड़ा कर दिया।

सीलिंग तोड़ कर कराया निर्माण

तहसीलदार ने जब राजकीय आस्थान की जमीन पर अवैध कब्जा किया और निर्माण कराया तो लोगों ने विरोध भी किया था, लेकिन निर्माण जारी रहा। इस बीच विरोध ज्यादा होने पर राजकीय आस्थान और एडीए ने निर्माण कार्य रूकवाते हुए लॉज को सील कर दिया। लेकिन तहसीलदार ने एडीए के सील को तोड़कर भी निर्माण कराया। जिस पर तहसीलदार के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराया गया है।

लॉज में रह रहे लड़कों ने किया पथराव और बवाल

रविवार की दोपहर एडीए की टीम एसडीएम सदर वैभव मिश्रा, नायब तहसीलदार, जोनल अधिकारी एडीए आलोक पांडेय, जेई एचपी सिंह के नेतृत्व में नया पुरवा पहुंची। जहां अवैध तरीके से बनाए गए लॉज को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू हुई। कार्रवाई शुरू होते ही लॉज में रह रहे दर्जनों स्टूडेंट और लोग बाहर निकल आए और कार्रवाई का विरोध करने लगे। कार्रवाई को लेकर खूब हंगामा हुआ। कुछ लोगों ने तो कार्रवाई करने वाली टीम पर पथराव भी किया। जिसका जवाब पुलिस व पीएसी के जवानों ने डंडा पटक कर दिया। विरोध और हंगामा के बाद भी कार्रवाई जारी रही। जेसीबी लगाकर भवन को तोड़ने का काम शुरू हुआ। देर शाम तक अवैध निर्माण के काफी हिस्से को तोड़ दिया गया। कुछ हिस्सा बचा रहा, जिसे बाद में तोड़ा जाएगा।

विभागीय कार्रवाई क्यों नहीं होती?

तहसीलदार द्वारा तेलियरगंज में किए गए अवैध कब्जे को एडीए और राजकीय आस्थान की टीम ने ढहा दिया। अवैध कब्जा करने के आरोप में मुकदमा भी दर्ज कराया गया। लेकिन तहसीलदार के खिलाफ देर शाम तक कोई विभागीय कार्रवाई नहीं हो सकी थी। इसी तरह कुछ दिनों पहले टीबी सप्रू रोड पर भी एडीए ने कार्रवाई करते हुए एक निर्माणाधीन भवन को गिरवा दिया था। अवैध कब्जा और निर्माण कराने वाली सीओ के खिलाफ एडीए ने तो कार्रवाई की। लेकिन सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जा करने वाले अधिकारियों के खिलाफ विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।