आगरा। यमुना के डूब क्षेत्र में बने अवैध निर्माणों के विरुद्ध एडीए का औपचारिकता अभियान तीसरे दिन भी जारी रहा है। एडीए का जोर वहां पर नहीं चला, जहां पर चलना चाहिए। जिन्होंने यमुना के डूब क्षेत्र में सबसे ज्यादा कब्जा किया है, उन पर हाथ डालने की एडीए हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। अभियान केवल बाउंड्रीवॉल तोड़े जाने का ही चल रहा है। बाउंड्रीवाल भी उनकी तोड़ी जा रहीं है, जिनका ज्यादा दोष नहीं है। वहीं मंदिरों को भी तोड़ा जा रहा है।

हिन्दूवादी संगठनों ने किया विरोध

एडीए की टीम बल्केश्वर पहुंची। वहां पर लक्ष्मीनरायण मंदिर की बाउंड्रीवॉल को तोड़ दिया, जिससे क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। क्षेत्रीय लोग धरने पर बैठ गए। यह जानकारी होते ही वहां पर हिन्दूवादी संगठन पहुंच गए। उन्होंने एडीए की कार्रवाई का विरोध जताया, साथ ही मंदिर की बाउंड्रीवॉल का निर्माण कराए जाने की मांग की है।

चार निर्माण तोडे़ गए

एडीए टीम का नेतृत्व कर रहे अधिशासी अभियंता राजीव दीक्षित ने बताया कि कुल चार निर्माण तोडे़ गए हैं, इस दौरान लोगों ने विरोध भी किया, लेकिन कार्रवाई जारी रही। जिनमें बाबूलाल, चौबे फार्म आदि शामिल हैं। वहीं बल्केश्वर में लक्ष्मीनारायण मंदिर की बाउंड्रीवॉल भी तोड़ दी गई। उन्होंने बताया कि पीपल का पेड़ काटकर यमुना में मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य को बंद किए जाने के लिए कहा गया था, लेकिन लोग माने नहीं। इसी के चलते कार्रवाई की गई है।