-अपर आयुक्त प्रशासन ने किया बेली हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण

-समय से उपस्थित नहीं होने पर डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई

<-अपर आयुक्त प्रशासन ने किया बेली हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण

-समय से उपस्थित नहीं होने पर डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: सरकारी हॉस्पिटल्स में डॉक्टरों की लेटलतीफी पर लगाने के लिए जिला प्रशासन की छापेमारी जारी है। गुरुवार को अपर आयुक्त प्रशासन की टीम ने बेली हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया। टारगेट टाइम से न पहुंचने वाले डॉक्टर्स थे। संयोग ने ऐसी स्थिति में क्9 डॉक्टर मिल गए। इससे नाराज अपर आयुक्त ने सभी डॉक्टर्स का एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया। सभी को शोकॉज नोटिस जारी करने के लिए भी कहा गया है। मौके पर तीन नर्सेज भी अनुपस्थित मिलीं। टीम ने हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों से भी पूछताछ की।

कमिश्नर के आदेश पर पहुंची थीं

कमिश्नर बीके सिंह के आदेश पर गुरुवार को अपर आयुक्त प्रशासन कनक त्रिपाठी टीम के साथ बेली हॉस्पिटल का निरीक्षण करने पहुंची। सुबह आठ बजे उनके औचक निरीक्षण से हॉस्पिटल में खलबली मच गई। हाजिरी रजिस्टर चेक करने पर क्9 डॉक्टर अनुपस्थित मिले। इनमें डॉ। नीति श्रीवास्तव, डॉ। जेपी वर्मा, डॉ। ओपी वर्मा, डॉ। एसएन त्रिपाठी, डॉ। ओपी त्रिपाठी, डॉ। राकेश पाठक, डॉ। आरएस ठाकुर, डॉ। राजकुमार, डॉ। डीके त्रिपाठी, डॉ। एके मिश्रा, डॉ। एपपी सिंह, डॉ। अजय द्विवेदी, डॉ। एमएके खान, डॉ। प्रभाकर रे, डॉ। दीपक सेठ, डॉ। कमलाकर सिंह, डॉ। एम अब्दुल्ला, डॉ। आरके दुबे एवं डॉ। कुंवर प्रताप सिंह का नाम शामिल रहा। निरीक्षण के दौरान कुछ डॉक्टर हॉस्पिटल पहुंच गए। उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है।

तीन नर्से भी रहीं नदारद, दे दिया आदेश

इसी दौरान तीन नर्से ए अमू, ए जोसेफ और शारदा भी अनुपस्थित मिली। इस पर अपर आयुक्त ने सीएमएस डॉ। डॉ। वीके सिंह को अनुपस्थित डॉक्टरों और नर्सेज का एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया। उन्होंने सभी को शोकॉज नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है। जिनका उत्तर संतोषजनक मिलेगा, उन्हीं का वेतन दिया जाएगा। बाकी का वेतन काट लिया जाएगा। निरीक्षण के दौरान हॉस्पिटल की सफाई व्यवस्था बेहतर पाई गई। सफाईकर्मी उपस्थित मिले। वार्डो के निरीक्षण में मरीजों ने संतोषजनक उत्तर दिया। मरीजों ने अस्पताल कर्मियों द्वारा सुविधा शुल्क मांगने की बात से इंकार कर दिया। बताया कि उनसे अस्पताल में किसी तरह के पैसे की मांग नहीं की गई।