-एडीजी जोन ब्रज राज मीणा ने कोतवाली और देवरनियां थाना का किया औचक निरीक्षण

-निरीक्षण के दौरान मिला खामियों का भंडार, एसएसपी को 7 दिन में सब कुछ बदलने के निर्देश

<-एडीजी जोन ब्रज राज मीणा ने कोतवाली और देवरनियां थाना का किया औचक निरीक्षण

-निरीक्षण के दौरान मिला खामियों का भंडार, एसएसपी को 7 दिन में सब कुछ बदलने के निर्देश

BAREILLY: BAREILLY: बरेली में पुलिस का सिस्टम पूरी तरह से फेल हो गया है। पुलिसकर्मी तो बेसिक पुलिसिंग पूरी तरह से भूल गए हैं। न तो हिस्ट्रीशीटर और न ही बदमाशों की पुलिस को कोई खैर खबर रहती है। न कोई प्रिवेंटिव एक्शन लिया जा रहा है। शासन से निर्देश आते हैं, लेकिन जमीन पर उतरने से पहले ही धराशायी हो जा रहे हैं। सिर्फ कागजों की खानापूर्ति की जा रही है। ये बातें एडीजी जोन ब्रज राज मीणा ने कोतवाली और देवरनियां थानों के औचक निरीक्षण के दौरान कहीं। निरीक्षण में ढेरों खामियां मिलने पर एडीजी काफी नाराज हुए। उन्होंने एसएसपी से सख्त लहजे में कहा कि एक सप्ताह में एसएसपी, एसपी सिटी व एसपी रुरल सभी थानों का निरीक्षण कर सभी खामियों को दूर करें। एक सप्ताह बाद खामी मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सीओ साहब यह क्या मेरा काम है

एडीजी जोन कोतवाली में करीब दो बजे पहुंचे। एडीजी के पहुंचने की खबर कुछ देर पहले ही थाना पुलिस को दी गई थी। एडीजी के आने की खबर के बाद पुलिस ने तुरंत साफ-सफाई का काम कराया लेकिन कागजों को सही नहीं कर सके। इसी दौरान एसपी सिटी रोहित सिंह सजवाण और सीओ सिटी वन कुलदीप कुमार भी पहुंच गए। जैसे ही एडीजी कोतवाली में पहुंचे तो उन्हें सलामी देने की प्रक्रिया शुरू हुई लेकिन एडीजी सीधे कोतवाली के ऑफिस में एंटर हो गए, जिससे पुलिस में हड़कंप मच गया। उन्होंने सबसे पहले थाना में कार्यालय कार्य वितरण का चार्ट उठा लिया। इसमें सीओ के साइन ही नहीं थे। एडीजी ने तुरंत सीओ को फटकार लगाते हुए कहा कि यह काम किसका है। इसके अलावा फ्लाईशीट को लेकर भी सख्त निर्देश दिए।

खुद ही अलमारी ख्ाोलने लगे

पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते इससे पहले ही एडीजी ने खुद ही कोतवाली की अलमारियों को अपने हाथों से ओपन कर उसमें रखी फाइलें देखना शुरू कर दिया। सभी अलमारियों को खंगालने के बाद बाहर पहुंचे और कोतवाली में बने आवासीय परिसरों में रह रहे पुलिसकर्मियों के बारे में पूछा। बताया गया कि कोतवाली में तैनात न होने के बावजूद कई पुलिसकर्मी रह रहे हैं। इंस्पेक्टर गीतेश कपिल ने बताया कि रिपोर्ट भेजी गई। इस पर एडीजी ने कहा कि रिपोर्ट भेजी है क्या होता है। कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई। उसके बाद वह इंस्पेक्टर के ऑफिस में पहुंच गए। यहां पर हिस्ट्रीशीटर रिकार्ड, रजिस्टर नंबर ब्, बीट रजिस्टर, ऑनलाइन जीडी समेत कई रिकार्ड देखे, जिसमें कई खाि1मयां मिली।

देवरनियां थाना में भी मिली खामियां

कोतवाली से पहले एडीजी ने देवरनियां थाने का निरीक्षण किया। यहां पर छैमार गैंग ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इस मामले में एसएसपी ने देवरनियां एसएचओ को फटकार लगाई थी और वायरलेस पर जुलूसों के दौरान अलर्ट रहने के लिए कहा था। उसके बाद भी यहां पर सिमथरा गांव में विवाद हो गया था। जिसमें एडीजी ने एसएसपी से रिपोर्ट मांगी थी। इसी के चलते एडीजी ने थाने का निरीक्षण किया। यहां भी कोई रिकार्ड मेंटेन नहीं था।