शुक्रवार को जानी थी आदिल की बारात, एक्सीडेंट में हुई मौत

शादी की कई रस्मे हो चुकी थीं पूरी, रो-रोकर परिजनों का हुआ बुरा हाल

रोड एक्सीडेंट में शनिवार देर रात चचेरे भाईयों की हुई थी मौत

ALLAHABAD: घर में शादी की तैयारियां जोर शोर से चल रही थीं। नाते-रिश्तेदार इकट्ठा होने लगे थे। आने वाले शुक्रवार को बारात उठनी थी। लड़की को हल्दी लग चुकी थी। शादी की तमाम रस्मे लगभग पूरी हो चुकी थीं। सोमवार को मांजा की रस्म होनी थी। लेकिन इसके ठीक पहले ही आई मौत की खबर ने परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया। शनिवार देर रात रोड एक्सीडेंट में हुई दो चचेरे भाईयों की मौत में एक आदिल का निकाह शुक्रवार को होना था। जबकि दूसरा इरफान उसके साथ नैनी बाइक से गया था। लौटते समय सड़क हादसे में दोनों की मौत हो गई।

ओमान में नौकरी करता था आदिल

अतरसुइया के रानी मंडी के आदिल (22)) ओमान में रहकर प्राइवेट नौकरी कर रहा था। उसका निकाह दरियाबाद के एक परिवार की लड़की से तय हुआ था। शादी की रस्में चल रही थीं। सोमवार को आदिल के घर में मांजा की रस्म होनी थी। शादी की तैयारियों में आदिल जोर शोर से लगा था। उसके साथ चचेरा भाई इरफान भी लगा था। दोनों भाई आपस में अच्छे दोस्त भी थे। शनिवार की रात दोनों शादी की तैयारी को लेकर नैनी गए थे।

पीएम हाउस पर लगा जमावड़ा

चूंकि शादी नजदीक थी, ऐसे मे तमाम रिश्तेदार घर पर आ चुके थे। शनिवार रात रोड एक्सीडेंट की खबर मिलते ही सभी हक्का बक्का रह गए। रविवार की सुबह पोस्टमार्टम हाउस के बाहर दोस्त, यार, रिश्तेदार सहित पड़ोसियों का जमावड़ा लग गया। सभी घटना को लेकर हतप्रभ थे। वे घटना के कारणों को जानना चाहते थे। परिजनों के आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे। उनको यकीन ही नहीं हो रहा था आदिल और इरफान अब इस दुनिया में नहीं हैं।

लाश देखते ही छाती पीटने लगे

आदिल के पिता शमी अहमद की मौत पहले ही चुकी थी। मां शाहिदा बेगम का सबसे बड़ा बेटा आदिल था। बाकी चार भाई छोटे हैं। सबके पालन पोषण की जिम्मेदारी भी आदिल पर ही थी। वह परिवार का बड़ा सहारा था। रविवार शाम जैसे ही आदिल और इरफान का शव अतरसुइया स्थित घर पहुंचा। रोना पीटना मच गया। मां रोते रोते बेहोश हो गई। रिश्तेदार उनको होश में लाने की तमाम कोशिशों में लगे रहे। इरफान के माता-पिता का भी रो-रोकर बुरा हाल था।

ओमान से पहुंचा भाई

ओमान में आदिल के साथ ही उसका छोटा भाई करीमउल्ला भी काम करता है। जैसे ही उसे भाई की मौत की सूचना मिली, वह ओमान से फ्लाईट पकड़कर सीधे लखनऊ और शाम को घर पहुंचा। कुछ देर के लिए वह एक टक भाई की लाश को देखता रहा, उसे यकीन नहीं हो रहा था कि जो भाई उसके साथ रहकर सुखदुख बांटता आज अचानक साथ छोड़ गया है। उधर आदिल के अन्य छोटे भाई आबिद हसन, इब्राहिम हसन और मो यामिन का भी कुछ ऐसा ही हाल था।

देर शाम किया गया दफन

आदिल हसन और इरफान दोनों चचेरे भाई थे। ये एक ही मकान में रहते थे। देर शाम जब दोनों की लाश को घर से कब्रिस्तान में दफन करने के लिए उठाया गया तो दोनों परिवार में कोहराम मच गया। आदिल की मां शाहिदा बेगम और इरफान की मां नाफिसा बेगम एकाएक बेसुध हो गई। परिवार के लोग उन्हें किसी तरह होश में लाने में लग गए। देर शाम दोनों को काला डांडा स्थित कब्रिस्तान में दफन किया गया।