छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : कोल्हान डीआइजी शंभू ठाकुर ने दीपशिखा नामक युवती के आत्महत्या करने के मामले में आदित्यपुर थाना प्रभारी अरविंद कुमार, अवर निरीक्षक रामकृत वर्मा व महिला सिपाही सराती सोरेन को कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में शुक्रवार को निलंबित कर दिया। डीआइजी ने कहा कि थाना प्रभारी के स्तर से गलती यह हुई कि लड़की की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई व थाना से ही आरोपी को पीआर बांड पर छोड़ दिया गया।

दर्ज कराई थी शिकायत

वीमेंस कॉलेज की छात्रा दीपशिखा ने सुरेन लोहार के खिलाफ बुधवार को मारपीट की लिखित शिकायत की थी। लड़की, लड़के के खिलाफ मारपीट का मामला लेकर आदित्यपुर थाना गई थी जिसके बाद तत्काल पुलिस ने युवती के कथित प्रेमी सुरेन लोहार को हिरासत में ले लिया था। थोड़ी देर में ही पीछे-पीछे दीपशिखा भी आ गई थी। थाने में दोनों ने एक बेंच पर बैठकर बिस्कुट खाया था। दीपशिखा ने सुरेन को खाना भी खिलाया था। बाद में वह अपने पिता मनोज साह के साथ आयी थी और अनुरोध किया था कि सुरेन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाए। इसपर सुरेन को पीआर बांड पर छोड़ा गया था।

मां ने पुलिस पर लगाया था आरोप

दीपशिखा की आत्महत्या के बाद उसकी मां ने आरोप लगाया कि पुलिस ने सुरेन से पैसे लेकर उसे छोड़ा है। उन्होने कहा था कि अगर पुलिस युवक सोरेन को नहीं छोड़ती तो उसकी बेटी सुसाइड करने के लिए मजबूर नहीं होती। गुरुवार देर रात दीपशिखा के पिता मनोज साव के बयान पर सुरेन लोहार के खिलाफ दीपशिखा को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया गया था।

नदी में छलांग लगाकर दे दी थी जान आदित्यपुर थाना क्षेत्र स्थित राम मडैया बस्ती निवासी मनोज साव की पुत्री दीप शिखा (16) ने गुरुवार की सुबह नौ बजे खरकई नदी पुल से छलांग लगा दी। मौके पर नदी में स्नान कर रहे कुछ लोगों ने लड़की को बचाने की कोशिश की, पर सफल नहीं हुए थे। पुलिस ने गोताखोरों की टीम को युवती की तलाश के लिए नदी में उतारा था लेकिन अबतक उसकी बॉडी बरामद नहीं की जा सकी है।