- शहर में ट्रैफिक रश कम करने को डीएम की पहल

- बाहर जाने वाले छोटे-बड़े वाहनों के लिए बनेगा मुख्य मार्ग

शहर की सड़कों से ट्रैफिक रश कम करने के लिए जल्द ही एक नया रूट तैयार हो जाएगा। डीएम योगेश्वर राम मिश्र ने पिसौर-कोरौता मार्ग की चौड़ाई बढ़ाने और इसकी हालत सुधारने के लिए मातहतों को निर्देश दिए हैं। शहर का यह नया बाइपास जौनपुर-आजमगढ़ से आकर मिर्जापुर, चंदौली और बिहार जाने वाले वाहनों का दबाव शहर के भीतर नहीं पड़ने देगा। इससे जाम और प्रदूषण काफी हद तक कम किया जा सकेगा।

कम होगी दूरी, बदलेगी सूरत

पिसौर पुल शुरू होने के बाद शिवपुर रेलवे क्रासिंग से लोहता का रास्ता खुल तो गया मगर संकरा होने के कारण इस रास्ते पर बड़े वाहनों के चलने से अक्सर रास्ता ब्लॉक हो जाता है। कई जगह मुख्य मार्ग को खोदकर अपने खेतों में मिला लेने की शिकायतें भी आई हैं। इसे संज्ञान में लेते हुए डीएम ने पीडब्ल्यूडी को इस सड़क की नापी कराकर चौड़ाई बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद इस रूट को बड़े वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। इस मार्ग के खुल जाने से वाहनों को तीन किमी का चक्कर कम लगाना पड़ेगा। इससे पहले शिवपुर से भोजूबीर, चौकाघाट, लहरतारा होते हुए वाहनों को लोहता पहुंचने के लिए लगभग 15 किमी की दूरी तय करनी पड़ती थी।

बदलेगी पंचक्रोशी मार्ग की सूरत

हरहुआ से रामेश्वर, जंसा और कपसेठी जाने वाले पंचक्रोशी मार्ग का भी जल्द कायाकल्प होने वाला है। शासन ने इसके लिए 97 करोड़ रुपये का बजट जारी किया है। इस रूट पर नई और चौड़ी सड़कों के अलावा लाइटिंग के इंतजाम, सार्वजनिक शौचालय, पेयजल और पार्किंग की व्यवस्था की जानी है। पंचक्रोशी के पांच पड़ावों अस्सी, भीमचंडी, रामेश्वर, शिवपुर और कपिलधारा पर तीर्थयात्रियों के लिए विश्राम गृह का भी निर्माण होना है। इस रूट पर फिलहाल चार करोड़ की लागत से रखरखाव के काम चल रहे हैं।

बयान

पंचक्रोशी मार्ग का कायाकल्प जल्द ही शुरू हो जाएगा। पिसौर-लोहता मार्ग को भी सुधारने के निर्देश दिए गए हैं ताकि शहर से वाहनों का दबाव कम किया जा सके।

योगेश्वर राम मिश्र, डीएम वाराणसी