-कई बार कहने के बाद भी प्रशासन ने नहीं ली खड़ंजे की सुधि, क्षुब्ध होकर उठाया कदम

-आज बेटे का है आशीर्वाद समारोह, तैयारियों में लगे थे कैबिनेट मंत्री

21 साल पहले बिछाए गए खड़ंजे को प्रशासन द्वारा दुरुस्त न कराने से क्षुब्ध कैबिनेट मंत्री ने शनिवार को खुद ही फावड़ा उठा लिया। फूलपुर के सिंधोरा स्थित अपने पैतृक गांव फत्तेपुर कटौना में कैबिनेट मंत्री ने सड़क की मरम्मत शुरू की। योगी सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर के ऐसा करते ही पूरा गांव उनके पीछे आ खड़ा हुआ और ग्रामीणों ने कुछ ही देर में सड़क की पूरी लेवलिंग कर डाली। रविवार को बेटे के आशीर्वाद समारोह के लिए प्रशासन द्वारा सड़क दुरुस्त न कराने से क्षुब्ध मंत्री ने खुद यह पहल की।

वीआईपी मेहमानों को है न्योता

कैबिनेट मंत्री के चार पुत्र-पुत्रियों में सबसे बड़े और भारतीय सुहेलदेव पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद राजभर की शादी के बाद रविवार को आशीर्वाद समारोह आयोजित है। इसमें केंद्र और राज्य के कई मंत्रियों के अलावा वरिष्ठ भाजपा नेताओं और तमाम वीआईपी मेहमानों को भी न्योता दिया गया है। कैबिनेट मंत्री के प्रतिनिधि शशि प्रताप सिंह ने बताया कि कैबिनेट मंत्री के घर तक जाने वाले खड़ंजे की हालत काफी खराब थी। जिसकी मरम्मत के लिए कई बार अफसरों से बात की गई थी।

कुनबे ने साथ बहाया पसीना

रास्ते की हालत जर्जर देखकर चिंतित कैबिनेट मंत्री शनिवार की सुबह खुद ही सिर पर मुरेठा बांधकर निकल पड़े। उन्हें फावड़ा उठाते देख कुनबे और गांव के लोग भी घरों से निकल पड़े। लगभग एक घंटे तक मंत्री ने पसीना बहाया। उन्हें ऐसा करते देख उनकी सिक्योरिटी और स्टाफ अफसर भी अचंभे में पड़ गए।

10 हजार आएंगे मेहमान

कैबिनेट मंत्री के बेटे की आशीर्वाद गोष्ठी में 10 हजार से ज्यादा मेहमानों के आने का अनुमान है। इसके लिए फत्तेपुर कटौना गांव में कई बीघे जमीन पर टेंट लगाया गया है। यहां पहुंचने के लिए लगभग 250 मीटर का खड़ंजा है जिसकी हालत बेहद जर्जर हो गई थी।

वर्जन

21 साल पहले लगे इस खड़ंजे को ठीक कराने के लिए कई बार जेई और अधिशासी अभियंता तक से कहा गया था। दो बार डीएम से भी बात हुई। मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। हजारों लोगों के आने के लिए रास्ते की मरम्मत तो करनी थी। जमीन से जुड़ा आदमी हूं तो खुद ही फावड़ा उठा लिया।

ओमप्रकाश राजभर, कैबिनेट मंत्री