- पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सिर्फ स्टूडेंट्स से होगा गेट-टुगेदर

-सारी व्यवस्थाओं के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को बनाया गया नोडल प्रभारी

जनवरी में होने वाले 15वें एनआरआई समिट के कार्यक्रम स्थल की लिस्ट से बीएचयू को बाहर कर दिया गया है। पहले से तय प्रोग्राम के तहत 21 जनवरी को बीएचयू में सिर्फ एक कार्यक्रम होगा, जिसमें एनआरआई मेहमान स्टूडेंट्स से रूबरू होंगे। मंगलवार को कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने जिले के अफसरों के साथ बैठक की और अलग-अलग व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी वरिष्ठ अफसरों को सौंपी।

खेती फार्म देने से किया था इनकार

सुरक्षा व अन्य कारणों से एनआरआई समिट के सभी कार्यक्रमों का आयोजन बीएचयू परिसर में करने का प्रस्ताव दिया गया था। इसके लिए सोमवार को पीएमओ की एक टीम वाराणसी आई थी। टीम ने बीएचयू के खेती फार्म को कार्यक्रम के लिए चुना मगर बीएचयू प्रशासन ने तमाम शैक्षणिक कार्यक्रम व शोध कार्यो का हवाला देते हुए खेती फार्म देने से इनकार कर दिया। इसके बाद तय किया गया कि सभी कार्यक्रम लालपुर स्थित ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर में ही किए जाएं।

मंगलवार की शाम हुई बैठक में कमिश्नर और डीएम सुरेंद्र सिंह ने कार्यक्रम के लिए नोडल प्रभारियों को जिम्मेदारी दी। डीएम ने बताया कि आवासीय व्यवस्था के लिए वीडीए वीसी, लाइट और स्वच्छता के लिए नगर आयुक्त, प्रदर्शनी और जनसहभागिता के लिए सीडीओ, पर्यटन स्टॉल के लिए पर्यटन अधिकारी, मंदिर के लिए मुख्य कार्यपालक अधिकारी, हैंडीक्राफ्ट प्रोत्साहन के लिए संयुक्त निदेशक उद्यान, सड़क व संपर्क मार्ग के लिए मुख्य अभियंता पीडब्ल्यूडी, और बिजली व्यवस्था के लिए एमडी पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम को नोडल प्रभारी बनाया गया है। कमिश्नर ने बताया कि कार्यक्रम में जनता को जोड़ने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। यह भी कहा कि मेहमानों के रहने की व्यवस्था के लिए होटलों, फ्लैट्स और नागरिकों की मेहमाननवाजी योजना पर जोर दिया जा रहा है। खाली जमीन में टेंट सिटी बनाने की योजना को सबसे आखिरी पायदान पर रखा गया है।