- जैतपुरा स्थित संवासिनी गृह में रखने की हुई तैयारी

- देवरिया में होगा कलमबंद बयान और कानूनी कार्रवाई

देवरिया के बाल संरक्षण गृह से मुक्त कराई गई 24 लड़कियों को बनारस लाया जाएगा। शासन के निर्देश के बाद बनारस जिला प्रशासन ने तैयारियां कर ली हैं। सभी लड़कियों को जैतपुरा स्थित पाश्चात्यवर्ती देखरेख संगठन में रखा जाएगा। गुरुवार या शुक्रवार तक इन लड़कियों के आने की उम्मीद है।

पूरी करेंगे कानूनी प्रक्रिया

देवरिया के संरक्षण गृह से मुक्त कराई गई 24 लड़कियों को फिलहाल पुलिस की निगरानी में रखा गया है। मजिस्ट्रेट के सामने कलमबंद बयान और अन्य कानूनी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद उन्हें बनारस शिफ्ट कराने की तैयारी है। जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रवीण त्रिपाठी ने बताया कि शासन के आदेश के बाद जैतपुरा स्थित संवासिनी गृह में सभी तैयारियां कर ली गई हैं। सभी लड़कियों को यहीं रखा जाएगा।

डीएम ने किया था निरीक्षण

छग अगस्त को देवरिया संरक्षण गृह का मामला सामने आने के बाद डीएम सुरेंद्र सिंह ने जैतपुरा स्थित संवासिनी गृह का औचक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान उन्होंने वहां रहने वाली संवासिनियों को चिकित्सा और काउंसिलिंग के साथ ही रोजगार के ज्यादा अवसर मुहैया कराने पर भी जोर दिया था। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि राइफल क्लब में होने वाली बैठकों में अब जलपान के लिए संवासिनियों के बनाए बेकरी प्रोडक्ट्स इस्तेमाल किए जाएंगे।

शेल्टर होम पर शासन सतर्क

बिहार के मुजफ्फरपुर में संरक्षण गृह में लड़कियों से जबरन देह व्यापार कराने के मामले के बाद देवरिया में भी ऐसा ही मामला सामने आया। इसके बाद शासन सतर्क हो गया। सीएम ने 12 घंटे के भीतर प्रदेश के सभी जिलों से शेल्टर होम पर आख्या मांगी थी। इसके बाद सभी शेल्टर होम की निगरानी बढ़ा दी गई है। देवरिया स्थित संरक्षण गृह से 24 लड़कियों को मुक्त कराया गया और इस मामले में संचालिका गिरिजा त्रिपाठी और उसके पति समेत चार को गिरफ्तार कर लिया है। एडीजी की अगुवाई में एक एसआईटी मामले की जांच कर रही है।

खास खास

- 94 संवासिनियां और उनके बच्चे हैं जैतपुरा स्थित संरक्षण गृह में

- 88 संवासिनियों में सभी बालिग

- 4 शादीशुदा हैं और उनके 6 बच्चे भी साथ रहते हैं

- 15 संवासिनियां मानसिक बीमारी से ग्रस्त

- 2 को टीबी और लीवर का रोग

- 8 डॉरमेट्री हैं संरक्षण गृह में

- 8 से 10 लड़कियां हर डॉरमेट्री में रहती हैं

बयान

शासन से अभी कोई लिखित आदेश नहीं मिला। मगर मौखिक निर्देश के आधार पर जैतपुरा स्थित संवासिनी गृह में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। देवरिया से आने वाली लड़कियों को पूरी देखरेख में यहीं रखा जाएगा।

प्रवीण त्रिपाठी, जिला प्रोबेशन अधिकारी