- देवरिया में संरक्षण गृह में लड़कियों के शोषण का मामला सामने आने के बाद किया औचक निरीक्षण

- कड़ी निगरानी के दिए निर्देश, संवासिनियों के बनाए बेकरी प्रॉडक्ट चखे

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देवरिया में बालिका संरक्षण गृह में लड़कियों के शोषण का मामला सामने आने के बाद डीएम सुरेंद्र सिंह अचानक सोमवार को जैतपुरा स्थित राजकीय पाश्चात्यवर्ती देखरेख संगठन (संवासिनी गृह) का निरीक्षण करने पहुंचे। लगभग एक घंटा वहां बिताने के बाद डीएम ने कई आदेश दिए। संवासिनियों की बेकरी में बनी खाद्य सामग्री भी उन्होंने चखी और आदेश दिया कि रायफल क्लब में होने वाली सभी बैठकों में अब इन संवासिनियों के हाथ के बने केक, पेस्ट्री और मफिन इस्तेमाल की जाएगी।

डेटा फीडिंग का काम करेंगी

संवासिनी गृह में फिलहाल 94 की संख्या है जिनमें 88 संवासिनियां और उनके 6 छोटे बच्चे भी हैं। इनमें सभी 18 वर्ष से ऊपर हैं और 4 शादीशुदा भी हैं। निरीक्षण के दौरान डीएम कंप्यूटर कक्ष पहुंचे। वहां कुछ लड़कियों से काम कराया। उनकी हिंदी-अंग्रेजी टाइपिंग देखकर डीएम प्रभावित हुए और कहा कि सरकारी योजनाओं में डेटा फीडिंग का काम अब संवासिनियों से कराया जाएगा। संवासिनियों में 15 मानसिक रोग, एक टीबी और एक लीवर की बीमारी की शिकार हैं। डीएम ने सभी का इलाज अच्छे से कराने का निर्देश दिया।

कराई जाएगी शादी

डीएम को बताया गया कि कई लड़कियों से शादी के लिए भी आवेदन पड़े हैं। उन्होंने कहा कि सभी का पुलिस वेरिफिकेशन कराया जाए। लड़कियों की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कराई जाएगी। 14 लड़कियों के सिले हुए कपड़ों की भी उन्होंने प्रशंसा की और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि ड्रेस सिलाई का ऑर्डर इन्हें दिया जाए।

चाक-चौबंद रहे सुरक्षा व्यवस्था

डीएम ने संवासिनी गृह में लगे कुल चार सीसीटीवी कैमरे की भी जांच की। सभी चालू हालत में मिले। उन्होंने कहा कि तीन-तीन होमगार्डो की ड्यूटी तीन शिफ्ट में लगाई जाए। इनमें पुरुष होमगार्ड गेट के बाहर और दो महिला होमगार्ड गेट के अंदर ड्यूटी करेंगी। डीएम ने कहा कि आगंतुक रजिस्टर में दर्ज नामों की भी जांच कराई जाए। इसके अलावा उन्होंने स्नानागार का निर्माण और आरओ प्लांट के पास प्लेटफॉर्म का भी निर्माण कराने का निर्देश दिया।