-इलाहाबाद और आगरा के कमिश्नर का आईपीआर है पेंडिंग

-लखनऊ और वाराणसी के डीएम का भी नहीं पहुंचा संपत्ति का ब्यौरा

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LUCKNOW: प्रदेश के दर्जनों अधिकारी अपनी संपत्ति का ब्यौरा केंद्र सरकार में गृह मंत्रालय को देने में कतरा रहे हैं। साल ख्0क्फ् ब्यौरा होम मिनिस्ट्री में ना देने वालों की संख्या ख्00 से अधिक है। इसमें अकेले भ्8 आईएएस अधिकारी यूपी कैडर के हैं जिसमें इलाहाबाद और आगरा के कमिश्नर, लखनऊ और बनारस के डीएम शामिल हैं। ख्0क्फ् का आईपीआर जमा करने के लिए फ्क् जनवरी तक का टाइम दिया गया था। लेकिन छह महीने बाद भी यूपी कैडर के भ्8 आईएएस अधिकारियों ने अपनी इम्मूवेबिल प्रापर्टी रिटर्न दाखिल नहीं किया है। जबकि, ख्0क्ख् के ऐसे अधिकारियों की संख्या म्ब् है जिनका आईपीआर अब तक होम मिनिस्ट्री तक नहीं पहुंचा है।

ख्0क्0 और ख्0क्क् का आईपीआर भी अब तक नहीं जमा

ऐसा नहीं है कि सिर्फ ख्0क्ख् और ख्0क्फ् का ही आईपीआर आईएएस अधिकारियों ने नहीं जमा किया है। यूपी कैडर के लगभग पौने चार सौ आईएएस अफसरों में कई अफसर ऐसे भी हैं जिन्होंने पिछले तीन सालों का आईपीआर जमा नहीं किया है। इसमें ख्00म् बैच के आईएएस अभिषेक प्रकाश जो अभी डीएम अलीगढ़ की पोस्ट पर तैनात है, का भी नाम शामिल है जिन्होंने ख्0क्क् और ख्0क्ख् में अपना आईपीआर होम मिनिस्ट्री को नहीं दिया है। इनके अलावा क्980 बैच सुशील मोहन, क्997 बैच की रीता सिंह ने ख्0क्क् में अपना आईपीआर नहीं जमा किया। जबकि ख्0क्0 में आईपीआर जमा ना करने वाले अधिकारियों में क्980 बैच के आईएएस शिशिर प्रियदर्शी, सुशील मोहन, क्98ख् बैच के प्रदीप भटनागर, क्98फ् बैच के अतुल बगई, क्990 बैच के संजय भाटिया और क्997 बैच की आईएएस रीता सिंह शामिल हैं।

आगरा और इलाहाबाद के कमिश्नर के भी आईपीआर का इंतजार

होम मिनिस्ट्री की वेबसाइट पर आगरा और इलाहाबाद के कमिश्नर के अलग अलग साल का आईपीआर नहीं है। इसमें आगरा के कमिश्नर प्रदीप भटनागर का साल ख्0क्0 का और इलाहाबाद के कमिश्नर बादल चटर्जी के साल ख्0क्ख् का आईपीआर नहीं है जबकि ऐसे जिला अधिकारियों की तादाद अनगिनत हैं जिन्होंने पिछले दो साल के आईपीआर नहीं जमा किये हैं। होम मिनिस्ट्री की वेबसाइट पर साल ख्0क्फ् का आईपीआर जमा करने वालों की लिस्ट में राजधानी लखनऊ के डीएम राजशेखर और वाराणसी के डीएम प्रांजल यादव का नाम भी शो हो रहा है।

सीएम के सेक्रेटरी का भी नहीं जमा है आईपीआर

सीएम अखिलेश यादव के सेक्रेटरी पार्थ सारथी सेन शर्मा जो क्99ब् बैच के आईएएस हैं, ने भी अब तक इस साल का आईपीआर जमा नहीं किया है। यह बात अलग है कि वह एक साल के लिए देश से बाहर स्टडी लीव पर थे। हाल ही में वह लौटे हैं और उन्हें सीएम सेक्रेटरी की जिम्मेदारी दी गयी है।

लापता हैं कई अफसर

आईपीआर ना जमा करने वालों में दो अफसर ऐसे भी हैं जिनका रिकार्ड भी सरकार के पास नहीं है कि वह मौजूदा समय में कहां है। इसमें क्980 बैच के आईएएस शिशिर प्रियदर्शी, क्98फ् बैच के आईएएस अधिकारी अतुल बगई, क्990 बैच के संजय भाटिया और क्997 बैच की महिला आईएएस रीता सिंह का कोई अता पता नहीं है।

केंद्र सरकार में हैं यूपी कैडर के 7ब् आईएएस

ख्0क्फ् बैच मिलाकर यूपी कैडर के आईएएस की संख्या ब्म्ब् है। इसमें 7ब् आईएएस ऐसे हैं जो डेप्युटेशन पर हैं या प्रदेश के बाहर तैनात हैं। वहीं क्0 आईएएस अधिकारी ऐसे भी हैं जो अदर स्टेट के हैं और यूपी में नौकरी कर रहे हैं।