मॉर्डन शॉप के विरुद्ध अभी तक नहीं हो सकी कोई कार्रवाई

न्याय न मिलने पर मुख्यमंत्री को अवगत कराए जाने की ठानी

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मॉर्डन शॉप के विरुद्ध अभी तक नहीं हो सकी कोई कार्रवाई

न्याय न मिलने पर मुख्यमंत्री को अवगत कराए जाने की ठानी

AGRA: AGRA: आबकारी विभाग ने अपने अनुज्ञापियों को अवैध शराब बेचने का ठेका दे रखा है। चाहे वे फिर बोतल में शराब के साथ कीडे़ बेचें या फिर अन्य राज्यों की शराब बेचें, उनका कोई कुछ बिगाड़ने वाला है। इसका जीता जागता उदाहरण रुनकता में देखने को मिला है। डीएम के आदेश पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।

आरसी के हाफ में निकले थे कीड़े

सात जुलाई को रुनकता स्थित आनंद मॉडल शॉप से चंद्रभान सिंह ने आरसी की हाफ खरीदा था। वहां से वह उसे लेकर पास में ही स्थित एक होटल पर पहुंचा। जैसे ही उन्होंने बोतल को खोलने को हुए तो उन्हें उसमें कीडे़ दिखाई दिए। इस संबंध में जिलाधिकारी पंकज कुमार को सूचना दी गई। जिलाधिकारी ने उन्हें आश्वासन दिया कि अभी आबकारी विभाग की टीम मौके पर पहुंच रही है, लेकिन वहां पर टीम नहीं पहुंची। जिला आबकारी अधिकारी ने फोन जरूर किया, लेकिन पहुंचा कोई नहीं। आबकारी विभाग की सूचना पर मॉडल शॉप का मालिक जरूर पहुंचा। उसने मामले को दबाने का प्रयास जरूर किया। उस बोतल के बदले दूसरी बोतल दी गई और मामले को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन वे कार्रवाई के लिए अडे़ रहे। आठ जुलाई को फिर जिलाधिकारी आवास पर फोन कर सूचना दी गई। कार्यालय से उन्हें बताया गया कि वे नौ जुलाई बोतल के साथ आए। शिकायत कर्ता पहुंच गए। जिलाधिकारी ने उन्हें अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के पास भेजा। उन्होंने एक आबकारी निरीक्षक को जांच सौंपी। वह आबकारी निरीक्षक वहां पर पहुंचा। उसने जांच पड़ता की तो उसने कहा कि इस बैच की शराब इस दुकान पर सप्लाई मे नहीं आई है, इससे जाहिर होता है कि यह बोतल यहां से नहीं खरीदी गई, लेकिन हकीकत यही थी कि वह बोतल वहीं से खरीदी गई थी। आबकारी निरीक्षक की रिपोर्ट में हर हाल में अनुज्ञापी को बचाने की जुगत में हैं।

तो क्या वह बाहर की शराब बेचता है

उस मॉडल शॉप को दी जाने वाली सप्लाई में अगर वो बोतल नहीं थी, जिसमें कीडे़ मिले थे तो क्या उस मॉडल शॉप पर बाहर की शराब बेची जाती है। यह सवाल सवाल ही बनकर रह गया है। डीएम की पहल के बावजूद भी अभी तक उक्त मॉडल शॉप के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

मुख्यमंत्री तक करेंगे शिकायत

जिलाधिकारी से लिखित में शिकायत करने वाले व्यक्ति विष्णु परमार ने बताया कि अगर उन्हें स्थानीय स्तर पर न्याय नहीं मिलेगा तो, वे मुख्यमंत्री का दरबार भी खटखटाएंगे। उन्होंने बताया कि आबकारी विभाग ने अवैध कारोबार किए जाने का मॉडल शॉप को लाइसेंस दे रखा है।