-त्योहारों से लेकर उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा तक शहर में ध्वस्त दिखाई दिया ट्रैफिक सिस्टम

-धूल गुबार के बीच चौराहों पर पुलिस रही नदारद

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PRAYAGRAJ: दशहरे के साथ शुरू हुआ त्योहारों का सीजन भी समाप्त हो गया। रविवार को शहर में आयोजित उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा भी सम्पन्न हो गई। लेकिन दशहरा, दीपावली, छठ पूजा और परीक्षा के दौरान ट्रैफिक सिस्टम पूरी तरह से फेल होता रहा। हद तो रविवार को हो गई जब स्कूल-कॉलेज से लेकर प्रशासनिक ऑफिस बंद रहे। इसके बावजूद शहर के कोने-कोने में परीक्षार्थियों और शहरियों को घंटों भीषण जाम झेलना पड़ा। धूल और गुबार के बीच पब्लिक जाम से जूझती रही। लेकिन ट्रैफिक पुलिस के जवान किसी भी प्रमुख चौराहों के आसपास दिखाई नहीं दिए।

एंट्री प्वाइंट पर घंटों रेंगते रहे वाहन

शिक्षक पात्रता परीक्षा देने जा रहे अभ्यर्थियों को हर कदम पर जाम से जूझना पड़ा। खासतौर से शहर के एंट्री प्वॉइंट शास्त्री ब्रिज, नया यमुना ब्रिज और पुराना यमुना ब्रिज व चौफटका एरिया की ओर जाने वाले अभ्यर्थियों को सुबह आठ बजे से ही परेशान होना पड़ा। अपने-अपने सेंटर पर पहुंचने के लिए अभ्यर्थी सुबह सात से आठ बजे के बीच निकले तो सेंटर तक पहुंचने में सुबह का दस बज गया। जिस समय उन्हें पहली पाली की परीक्षा देनी थी। नए यमुना ब्रिज से लेकर आईटीआई नैनी तक, शास्त्री ब्रिज से लेकर सीएमपी डिग्री कॉलेज तक, चौफटका से लेकर पोंगहट घाट तक चौराहों पर इक्का-दुक्का ट्रैफिक पुलिस के जवान दिखाई दिए। जाम का दबाव बढ़ता गया तो वह भी मुंह पर कपड़ा ढककर इधर-उधर खिसक लिए।

दूसरी पाली में हुई मनमानी वसूली

दूसरी पाली की परीक्षा में सेंटरों पर पहुंचने का समय दोपहर दो बजे का था तो पहली पाली में जाम से सहमे अभ्यर्थी भागदौड़ ही करते नजर आए। अधिकतर अभ्यर्थियों के मन में यही सवाल कौंध रहा था कि फिर जाम मिला तो कहीं परीक्षा न छूट जाए। दोपहर 12.30 बजे के बाद पहली पाली की परीक्षा समाप्त हुई तो भागदौड़ के बीच जिसे जहां पर ई-रिक्शा या टैंपों दिखाई दिया उसमें बैठ गए। यही वजह रही कि ड्राइवरों ने दो सौ रुपए से लेकर पांच सौ रुपए तक अभ्यर्थियों से वसूला।

सोशल मीडिया पर निकाली भड़ास

जहां अभ्यर्थियों को जाम से जूझना पड़ा वहीं शहरियों ने इसकी भड़ास सोशल मीडिया के जरिए निकाली। आम पब्लिक के टारगेट पर कुंभ की तैयारियां थीं। कई लोगों ने ट्रैफिक प्रशासन पर सवाल उठाते हुए तंज कसा कि जब पचास हजार से एक लाख की भीड़ में ट्रैफिक नहीं संभाल पा रहे है तो किस आधार पर करोड़ों लोगों की तैयारियां की जा रही हैं। इतना ही नहीं चार पहिया लेकर जाम में फंसे लोगों ने तो रेंगते वाहनों का वीडियो फेसबुक पर डाला तो उसे भी खूब शेयर किया गया।