RANCHI : डोरंडा थाना एरिया से ऑटो में मिले शव की शिनाख्त मो मुख्तार के रूप में की गई। वह लोअर बाजार थाना एरिया का रहने वाला था। सोमवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार के शव को उसके परिजनों के हवाले कर दिया। इसके बाद कुछ लोग कर्बला चौक स्थित दुकानों को बंद कराने के लिए सड़क पर उतर आए। मामले की जानकारी मिलते ही सदर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव मौके पर पहुंचें। उनके आश्वासन के बाद दुकानदारों ने अपनी दुकानें खोली।

लावारिस मिला था शव

डोरंडा थाना एरिया के आईजी आवास के पास पुलिस ने लावारिस हालत में एक शव बरामद किया था। पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया था था। इसके बाद से शिनाख्त को लेकर शव को यहीं मॉच्यूर्री में रखा गया था। बाद में शव की पहचान लोअर बाजार के मुख्तार को रुप में हुई। उसकी हत्या को लेकर स्थानीय लोगों ने लोअर बाजार थाने का घेराव भी किया था। इनका आरोप था कि मो मुख्तार के लापता होने की जानकारी थाने को पहले ही दे दी गई थी, लेकिन उसकी खोजबीन को लेकर पुलिस ने कोई पहल नहीं की।

प्रशासन ने दिए दो लाख का चेक

जिला प्रशासन की ओर से मो मुख्तार के परिजनों को नकद 20 हजार रुपए के साथ दो लाख रुपए का चेक सौंपा गया। सोमवार को लोअर बाजार थाने में डीसी ने मृतक की पत्नी यासमीन खातून व उसके बेटे को रुपए दिए गए। इस मौके पर एसएपी प्रभात कुमार, सिटी एसपी डॉ जया राय समेत कई अधिकारी मौजूद थे। इस मौके पर प्रशासन की ओर से परिजनों को आश्वासन दिया गया कि इस मामले में जो भी आरोपी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद वे रिम्स से शव को ले जाने पर राजी हुए। मालूम हो कि शुक्रवार को डोरंडा थाना क्षेत्र के आईजी आवास के पास से मो मुख्तार का शव मिला था। पुलिस जहां इसे स्वभाविक मौत मान रही थी, वहीं परिजन हत्या की आशंका जता रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस मामले में डीसी को जांच करने के निर्देश दिए हैं।