- नहीं हो सका है मेडिकल, सोमवार तक रहना पड़ेगा बाल गृह में

- शिकोहाबाद में श्रम विभाग की कार्रवाई से मची रही खलबली

फीरोजाबाद : तहसीलदार शिकोहाबाद के निर्देशन में श्रम विभाग की टीम शनिवार को बाल श्रमिक तलाशने के लिए दौड़ी तो शिकोहाबाद में खलबली मच गई। हाईवे पर चल रहे ढाबों से आनन-फानन में बाल श्रमिक हटा दिए गए, लेकिन टीम ने भी अलग-अलग क्षेत्रों में अभियान चलाया। इसके चलते टीम को छह बाल श्रमिकों को मुक्त कराने में कामयाबी मिली है। कार्रवाई शाम तक होने के कारण इनका मेडीकल नहीं हो सका। वहीं रविवार को अवकाश होने के कारण मेडीकल होना संभव नहीं है। लिहाजा उक्त बाल श्रमिकों को अब सोमवार तक राजकीय बाल गृह में रहना पड़ेगा।

तहसीलदार रामनरायन के निर्देशन में श्रम प्रवर्तन अधिकारी एसपी पांडे, आरपी गुप्ता ने शिकोहाबाद में छापामारी अभियान चलाया। टीम ने बजरंग होटल बाईपाल से सुनील पुत्र राजपाल को मुक्त कराया। वहीं एक अन्य ढाबे पर राजू पुत्र जमुनादास की उम्र कम दिखने पर उसे भी गाड़ी में बैठा लिया। होरीलाल मोटर वर्कशॉप पर टीम पहुंची तो खलबली मच गई। यहां से विकास पुत्र महेश के नाबालिग होने पर उसे अपनी कार में बैठा लिया। अकरम मिस्त्री की दुकान से नौैशाद पुत्र अजमुद्दीन एवं कृष्णा होटल एटा रोड पर अंकुल पुत्र वीरपाल को काम करते हुए पकड़ा। एक अन्य ऑटोमोबाइल की दुकान से टीम ने शादाब को भी मुक्त कराया है। “

इन बच्चों की उम्र 11 से 13 वर्ष के बीच बताई जा रही है। हालांकि उम्र की पुष्टि मेडीकल के बाद में होगी, लेकिन शनिवार को सेकंड सर्टडे होने के कारण अस्पताल जल्दी बंद हो जाने से इनका मेडीकल नहीं हो सका है। ऐसे में बाल कल्याण समिति को जानकारी देने के बाद में समिति के आदेश पर इन्हें राजकीय बाल गृह में भेज दिया ह“। इन बच्चों के परिजनों को सूचित किया है कि वह समिति से संपर्क“कर बच्चों को अपनी सुपुर्दगी में लें। वहीं रविवार को अवकाश होने के बाद में अब इनका मेडीकल सोमवार को ही हो सकेगा। टीम में सुनील सक्सैना भी शामिल थे।