- डीएम के आदेश पर एसडीएम ने की कार्रवाई

- फोटोकॉपी की दुकानों पर प्रशासन ने किया स्टिंग

<- डीएम के आदेश पर एसडीएम ने की कार्रवाई

- फोटोकॉपी की दुकानों पर प्रशासन ने किया स्टिंग

ALLAHABAD : allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD : आई नेक्स्ट की खबर का असर वेडनसडे को देखने को मिला। डीएम के आदेश पर एसडीएम सदर ने तहसील के आसपास स्थित फोटोकॉपी की दुकानों पर खुद स्टिंग किया। उन्होंने कर्मचारियों को फॉर्म छह और फॉर्म आठ खरीदने के लिए भेजा। हालांकि इससे पहले ही दुकानदार होशियार हो गए थे और उन्होंने दुकानों से सभी फॉर्म हटा लिए थे। ऑफिसर्स का कहना है कि अब समय-समय पर अभियान चलाया जाएगा और फॉर्म बेचते पकड़े जाने पर दोषी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

साफ मुकर गए दुकानदार

वेडनसडे मॉर्निग एसडीएम ने अपने कर्मचारियों को सदर तहसील के आसपास मौजूद दुकानों पर जांच के लिए भेजा। प्रशासनिक स्टिंग के तहत कर्मचारियों ने दुकानदारों से इलेक्शन कमीशन द्वारा जारी वोटर आईडी रजिस्ट्रेशन फॉर्म मांगे। आईनेक्स्ट की खबर पढ़कर पहले से होशियार हो चुके दुकानदार फार्म होने की बात से साफ मुकर गए। एसडीएम शत्रोहन वैश्य का कहना है कि फॉर्म छह और फॉर्म आठ की बिक्री पूरी तरह से अवैधानिक है। इसे बिक्री करते कोई मिला तो उसके के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

अब परेशान होने की जरूरत नहीं

उधर डीएम ने तुरंत भ्0 हजार फॉर्म उपलब्ध कराकर उन्हें संबंधित सेंटर्स पर भेजने की बात कही। बता दें कि एक फरवरी से इलेक्शन कमीशन से वोटर रजिस्ट्रेशन किए जाने के आदेश जारी किए थे, लेकिन सिटी में फॉर्म उपलब्ध नहीं होने से लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा था। इसी का फायदा उठाकर दुकानदार फॉर्म बेच रहे थे। आई नेक्स्ट ने ट्यूजडे के एडिशन में फार्म की कालाबाजारी से संबंधित खबर पब्लिश्ड की। इस पर डीएम ने संज्ञान लिया और ऑफिसर हरकत में आ गए।

पांच मार्च से पहले बट जाएंगे कार्ड

बेगम बाजार के अली अहमद का कहना है कि उन्होंने फॉर्म छह भरा था फिर भी अभी तक उनका वोटरआईडी कार्ड नहीं मिला है। ऑफिसर्स का कहना है कि इस बार रंगीन कार्ड बनकर सीधे लखनऊ या दिल्ली से आ रहे हैं। ऐसे में लेट-लपेट हो रही है। केवल सिटी से 70 हजार लोगों का नाम वोटर लिस्ट में जुड़ा है जिसमें से केवल एक हजार के वोटरआईडी कार्ड आया है। बाकी के कार्ड पांच मार्च से पहले आने की पूरी उम्मीद है। सैय्यद इकबाल अहमद दारागंज से करेली शिफ्ट हुए हैं। ऐसे में उन्हें पहले फॉर्म सात भरकर अपना नाम दारागंज वोटर लिस्ट से हटवाना होगा। इसके बाद फॉर्म छह भरकर नई जगह पर नाम जोड़ा जाएगा। ऐसा इसलिए कि इस शिफ्टिंग में उनका विधानसभा क्षेत्र ही परिवर्तित हो गया है।

फॉर्म छह भरते समय इसका ध्यान जरूर रखें

अक्सर लोगों की शिकायत होती है कि फॉर्म छह भरने के बावजूद उनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं जुड़ा। ऑफिसर्स का कहना है कि लोगों को फॉर्म भरते समय अपनी भाग संख्या या बूथ संख्या जरूर डालनी चाहिए। बड़ी संख्या में फॉर्म रिजेक्शन का सबसे बड़ा रीजन यही है। भाग संख्या को लेकर लोगों को अपडेट रहने की जरूरत है। किसी भी भाग संख्या में क्भ्00 से अधिक वोटर होने पर नया बूथ बना दिया जाता है। ऐसे में लोग पुरानी भाग संख्या भी फॉर्म पर लिख देते हैं। एग्जाम्पल के तौर पर इस लोकसभा चुनाव से पहले जिले में फ्9क्क् बूथ थे, जिनमें ख्0ब् की बढ़ोतरी हो गई है। अब कुल बूथों की संख्या ब्क्क्भ् हो गई है। तहसील में अपने बूथ की जानकारी की जा सकती है।