जरूरी है सावधान रहने की

आपको अगर यह पता चल जाए कि खाने की चीजों की किन-किन चीजों की मिलावट हो रही है तो हैरत में पड़ जाएंगे। सिटी में क ई स्वीट्स शॉप्स में मिठाइयों में केसर की जगह पर लकड़ी का बुरादा या मक्का मिलाकर बेचा जा रहा है। इसके साथ ही मिठाईयों क ो सजाने के लिए यूज की जाने वाली चांदी की वर्क की जगह एल्यूमिनियम फ्वॉइल का यूज करते हैं।

कलरफुल मिठाई से रहें सावधान

अगर आपको मार्केट में कलरफुल मिठाइयां दिखाई दें, तो उसे देखकर लालच मत कीजिएगा, क्योंकि  जितना ज्यादा कलर उतना ही ज्यादा खतरा होता है। इन दिनों कु छ स्वीट्स शॉप्स में एडिबिल कलर्स की जगह सिंथेटिक कलर्स से बनी मिठाइयां भी बिक रही हैैं। जो आपको बीमार बना सकती हैं। फिजीशियन डॉ। सचिन गोयल ने बताया कि  इन सिंथेटिक कलर्स से एनवॉयरनमेंटल पॉल्यूशन और इकोसिस्टम डिस्टर्बेंस तो बढ़ता ही है साथ ही ये ह्यïूमन बॉडी के लिए भी काफी हार्मफुल हैैं। इन सिंथेटिक कलर्स से जी मिचलाना, एलर्जी, एब्डॉमिनल पेन जैसी प्रॉब्लम ही नहीं होती है बल्कि किडनी ट्यूमर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियां भी हो सकती है।

करें मिलावटी मिठाई की जांच

- मिठाई को हाइड्रोक्लोरिक एसिड में डालिए। अगर मिठाई और एसिड का कलर रेड या पिंक हो जाए, तो समझ लीजिए कि ये मिलावटी मिठाई है।

-मिठाई या खोए में टिंचर आयोडीन के पांच से छह ड्रॉप्स और चीनी के भी पांच से छह दाने डालें। उसे गर्म करने रख दें। अगर खोए या मिठाई का रंग नीला हो जाए तो, इसका मतलब है कि मिठाई मिलावटी है।

गवर्नमेंट ने लगा रखी है रोक

एफडीए ऑफिसर राम नरेश यादव ने बताया कि गवर्नमेंट ऑफ इंडिया ने फूड प्रोडक्ट्स में सिंथेटिक कलर्स के यूज को बैन कर दिया है। प्रिवेंशन ऑफ फूड एडल्ट्रेशन एक्ट के रूल 28 के तहत केवल आठ सिंथेटिक कलर्स को कुछ ही तरह के फूड प्रोडक्ट्स जैसे बिस्किट, आइसक्रीम आदि में यूज के लिए परमिट किया गया है। रूल 30 के ऑर्डिंग किसी भी फूड में कलर का रेशियो 100 से 200 पर मिलियन से ज्यादा नहीं होना चाहिए। जबकि सिटी में कई लोकल शॉप ओनर्स एक्सेसिव क्वांटिटी में सिंथेटिक कलर्स का यूज करते है।

डॉ। प्रताप कुशवाह, फिजिशयन

फेस्टिवल में मिठाइयों में मिलावट होती है और सिंथेटिक कलर्स यूज किया जाता है। इससे कैंसर तक की प्रॉब्लम हो सकती है। इसलिए जितना हो सके बिना कलर वाली मिठाई ही प्रीफर करें।

रामनरेश यादव, एफडीए ऑफीसर

फेस्टीवल सीजन शुरू होते ही मिठाइयों में मिलावट खोरी जांचने के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। शॉप्स से सैंपल लेकर टेस्टिंग के लिए भेजा गया है। साथ ही हमारी नजर ऐसी ही शॉप्स पर है।