मूलगंज, घंटाघर, एक्सप्रेस रोड पर ताबड़तोड़ छापेमारी हुई। मिलावट के शक में दूध, खोए, पनीर के चार नमूने भरे गए। घंटाघर सेंट्रल स्टेशन के आसपास शिकंजी, फ्रूट चाट और फल बेचने वालों का सामान नष्ट करवाया गया।

खराब दूध से बन रहा था पनीर

एफएसडीए इंस्पेक्टर सलिल सिंह की अगुवाई में अनिल कटियार, जय सिंह, सुधा कनौजिया ने नई सडक़, घंटाघर और एक्सप्रेस रोड पर छापे मारे। सबसे पहले टीम नई सडक़ पहुंची। यहां ‘पापा पनीर वाले’ की दुकान पर छापा मारा। टीम ने पाया कि जिस दूध से पनीर बनाया जा रहा था, वो बेहद घटिया क्वालिटी का था। पूछताछ में दुकान मालिक श्रीराम ठीक से जवाब भी नहीं दे पाए। एफएसडीए इंस्पेक्टर सलिल सिंह ने बताया कि संदेह के आधार पर करीब 30 लीटर दूध नष्ट करा दिया गया। मौके से दूध और पनीर का एक-एक नमूना भी भरा गया। इसके अलावा घंटाघर स्थित रजोल तिवारी की तिवारी खोया भंडार और राजीव कुमार गुप्ता की मनी खोया भंडार से खोए के सैम्पल कलेक्ट किए गए।

शिकंजी, फ्रूट चाट फेंकी

सेंट्रल स्टेशन के पास शिकंजी, ठंडा पानी और फ्रूट चाट के ठेले भी बड़ी तादाद में लगे हुए थे। टीम ने जांच में पाया कि शिकंजी में सेक्रीन और बर्फ मिलाकर बेचा जा रहा था। इसी तरह कटे हुए तरबूज, अनार और फ्रूट चाट भी बेचते हुए पाई गई। पॉलीथिन में भरा गंदा पानी ठंडा कर बेचते हुए पाया गया। ये सारे पैकेट भी फिकवाकर नष्ट करवा दिए गए।