‘पाकिस्तान में अगर एसेंबलीज को फुल रखना है तो वहां एंट्रेंस पर ‘एडल्ट्स ओनली’ का बोर्ड लटका देना चाहिए.’ एक लॉमेकर को एसेंबली की कार्रवाई के दौरान आईपैड पर टीवी चैनल देखते हुए पाए जाने पर एक पाकिस्तानी डेली ने यह कमेंट किया.

डॉन न्यूजपेपर में मंगलवार को पब्लिश एक एडिटोरियल में लिखा है कि देश में कई एसेंबलीज कोरम पूरा होने के लिए स्ट्रगल कर रही हैं. ऐसे में इन सभी के एंट्रेंस पर ‘एडल्ट्स ओनली’ का बोर्ड लटका देना चाहिए. उम्मीद है कि इसके बाद यह फुल हो जाएंगे.

‘adults only’ in pak assemblies!

एक टीवी चैनल ने हाल ही में दिखाया था कि सिंध लॉमेकर पीर मजहरुल हक एसेंबली की प्रोसीडिंग के दौरान अपने आईपैड पर टीवी चैनल देख रहे थे. न्यूज पेपर आगे लिखता है कि आमतौर पर एसेंबली में लॉमेकर्स को जरूरी बहसों के दौरान जम्हाई लेते हुए, अपने मोबाइल से खेलते हुए या फिर आपस में खुसर-पुसर करते हुए देखा जाता है.

अब खुद फंस गए

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही हक ने एक महिला सदस्य के ऊपर असेंबली के एटिकेट्स को फॉलो न करने का आरोप लगाया था. साथ ही उन्होंने इस बात पर भी खेद जताया था कि वह एक ऐसे एसेंबली के मेंबर हैं जो ‘बच्चों’ को इसका सदस्य बनने देती है. उनके इस बयान पर कटाक्ष करते हुए डॉन ने अपने एडिटोरियल में लिखा है कि सीनियॉरिटी के ढेर सारे तमगे लगाए एक शख्स से असेंबली सेशन के दौरान आईपैड पर चैनल देखने की उम्मीद नहीं थी.

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