-बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के चेयरमैन मीडिया से हुए रूबरू

-कहा शासन ने अभी तक एडवोकेट कल्याण निधि का नहीं दिया 20 करोड़

ALLAHABAD: एडवोकेट की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। लोकल पुलिस भी उनकी नहीं सुन रही है। सीनियर एडवोकेट्स परेशान हैं। एडवोकेट को धमकी मिल रही और पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। यही नहीं शासन की ओर से एडवोकेट कल्याण निधि का ख्0 करोड़ रुपए अभी तक नहीं मिला। जिससे कारण अभी तक बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश ने कचहरी केस में मारे गए एडवोकेट नवी के घर वालों को पांच लाख रुपए भी नहीं दे सके। उक्त बातों संडे को बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश के चेयरमैन अब्दुल रज्जाक खान ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताई।

उन्होंने बताया कि बार के पूर्व उपाध्यक्ष इंद्र कुमार चतुर्वेदी को लेटर भेज कर पांच लाख रुपए तथा क्भ् लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई। यह रुपए ख्ब् अप्रैल से लेकर फ्0 अप्रैल तक इंद्र कुमार को देना था। धमकी भरे लेटर मिलने के बाद एडवोकेट ने पुलिस आफिसर से मिलकर मदद की गुहार लगाई। जार्जटाउन एरिया में रहने वाले इंद्र कुमार ने जार्जटाउन पुलिस से भी कार्रवाई के लिए। बार काउंसिल के अध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने सीनियर पुलिस को भी इस घटना को संज्ञान में लाया। अब पता चला कि रिपोर्ट दर्ज हो गई है। लेकिन पुलिस ने अभी तक इस मामले में क्या कार्रवाई की है इसका अभी तक कोई सूचना नहीं है।

गौरव भाटिया पर कार्रवाई हो

एडवोकेट अब्दुल रज्जाक खां ने यह भी बताया कि अपर महाधिवक्ता उत्तर प्रदेश सरकार गौरव भाटिया ने बार कौंसिल उत्तर प्रदेश के विरूद्ध अपमान जनक टिप्पणी की थी जिस पर बार कौंसिल की सामान्य बैठक बुलाई गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि गौरव भाटिया के खिलाफ अधिवक्ता अधिनियम क्9म्क् की धारा फ्भ् अंर्तगत प्रकरण का संज्ञान लेकर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।