-खुल्दाबाद थाने के बगल में आइस फैक्ट्री को बनाया निशाना

-आंगन से घुसे थे चोर, किसी को नहीं लगी भनक

-बगल के कमरे में सो रहे थे वृद्ध वकील, चोरी लाखों की

ALLAHABAD: अपराधियों के हौंसले इस कदर बुलंद हैं कि थाने के पड़ोस में बेखौफ वारदात को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दे रह हैं। बुधवार रात खुल्दाबाद थाने के ठीक बगल में आइस फैक्ट्री कंपाउंड में चोरों ने अधिवक्ता के घर को खंगाल डाला। चोरों ने उनकी बेटी के कमरे का ताला तोड़कर अलमारियों व बक्सों से चार लाख रुपए की ज्वेलरी व 25 हजार रुपए कैश पर हाथ साफ कर दिया। सुबह अधिवक्ता की नींद खुली तो उनको चोरी का पता चला। खबर पाकर पुलिस के साथ ही फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची।

बेटी-दामाद भी रहते हैं साथ

अधिवक्ता खलीक अहमद पत्‍‌नी महमूदी के साथ रहते हैं। उम्र अधिक हो जाने के बाद से वह प्रैक्टिस नहीं कर रहे। उनकी बेटी सदान अहमद व दामाद फैसल साथ रहते हैं। सदान जीएचएस में तथा फैसल नूरउल्ला रोड के एक मदरसे में टीचर हैं। फैसल मूलरूप से बमरौली के रहने वाले हैं। बुधवार शाम वह अपने कमरे में ताला लगाकर पत्‍‌नी के साथ बमरौली चले गए। घर में खलीक व महमूदी थे। सदान के कमरे में ताला लगा था। वह अपना कमरा बंदकर सो गए। वह गुरुवार सुबह उठे और पानी के लिए किचन का दरवाजा खोलना चाहा, लेकिन वह खुला नहीं। किचन के दूसरे दरवाजे की तरफ वे गए तो नजर बेटी के कमरे के टूटे हुए ताले पर पड़ी। उनका माथा ठनका। वह कमरे के भीतर गए तो अलमारी खुली हुई थी व सारा सामान बिखरा हुआ था। उन्होंने फैसल को खबर दी। दस बजे तक फैसल के साथ ही फोरेंसिक टीम भी पहुंच गई। खलीक का कहना है कि चोर पास के पेड़ से छत पर चढ़े और रस्सियों या दीवार के सहारे नीचे आए। आंगन में सीढ़ी नहीं है। चोर गए भी इसी रास्ते से क्योंकि घर के दरवाजे भीतर से बंद थे। फोरेंसिक टीम को दीवार से पांव के निशान मिले हैं।

कोई करीबी हो सकता है चोर

पुलिस का कहना है कि चोर कोई करीब का ही व्यक्ति हो सकता है। चोर को पता था कि रात में बेटी-दामाद नहीं होंगे। घर में घुसने के रास्ते की भी रेकी की गई थी। ताले को भी इस तरह से तोड़ा गया कि किसी को शोर नहीं सुनाई दिया।