एडवोकेट्स शक्ति से हारा प्रशासन

मंडे को हाईकोर्ट बेंच की डिमांड को लेकर आंदोलित वकीलों की शक्ति के आगे पुलिस और प्रशासन बैकफुट पर नजर आया। पूर्व घोषित प्लानिंग के अनुसार वकील सबसे पहले दीवानी गेट नं। 1 पर एकजुट होकर कमिश्नरी पहुंचे थे। नेतृत्व हाईकोर्ट बेंच स्थापना संघर्ष समिति के संयोजक केडी शर्मा कर रहे थे। विजय कुमार शर्मा, अचल शर्मा, दुर्गविजय सिंह भैया, सुरेंद्र लाखन, हेमंत भारद्वाज, अरुण पचौरी, अनूप शर्मा आदि मौजूद रहे। संचालन अरुण सोलंकी ने किया।  

सिक्योरिटी के थे पुख्ता इंतजाम

वकीलों ने 26 अगस्त को ताज घेराव की घोषणा कई दिन पहले ही कर दी थी। इसको लेकर दो दिन पहले से ही प्रशासन ने सिक्योरिटी को लेकर खाका खींच लिया था। संडे को रिहर्सल भी कर लिया था। पुलिस और सीआईएसएफ के अलावा पीएसी भी अलर्ट थी। इसके बाद भी सारे इंतजाम मंडे को वकीलों को ताजमहल के अंदर पहुंचने से नहीं रोक सके।

सिक्योरिटी जोन में सेंध  

गुरिल्ला रणनीति के तहत मंडे सुबह यंग लॉयर्स की एक टोली सबसे पहले मेहताब बाग जा पहुंची। यहां वकीलों ने सिक्योरिटी जोन को पार कर दिया। मेहताबग बाग के गेट पर पहुंचकर वकीलों ने बेंच के लिए नारेबाजी की। इस दौरान मृगेश कुलश्रेष्ठ, उमेश चन्द यादव, मनीष कुमार सिंह आदि की पुलिस से भिड़न्त भी हुई। पुलिस को यहां हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।

फेवर में उमड़ा जनसैलाब

उधर कमिश्नरी में सुबह 10 बजे के बाद से ही वकील एकजुट होना स्टार्ट हो गए थे। यहां आगरा और उसकी तहसीलों के अलावा फिरोजाबाद, मथुरा, शिकोहाबाद, एटा, इटावा, मैनपुरी और आसपास के जिलों से वकील एकजुट हुए। दोपहर तक यहां हजारों की संख्या में वकील पहुंच गए। बैंंच के गठन को लेकर आवाज बुलंद करते हुए यहां से वकीलों ने ताज की ओर कूच किया। चाहें ले लो ताज और फोर्ट हमको दे दो हाईकोर्ट, वी वांट हाईकोर्ट। चाहे जो मजबूरी हो, हाईकोर्ट जरूरी है आदि नारे लगाते हुए वकीलों को रोकने के लिए पुलिस ने काफी दम लगाई लेकिन, वकील नहीं रुके। प्लानिंग के तहत पुरानी मंडी चौराहे पर सभा स्थल भी बनाया गया था। जहां वकीलों ने बड़ी सभा कर केंद्र सरकार से हाईकोर्ट बेंच की मांग की। यहां पूर्व मंत्री चौधरी बाबूलाल, गुटियारीलाल दुवेश, रामटंडन, करतार सिंह भारतीय, एमएलए डॉ। धर्मपाल सिंह आदि ने पहुंचकर अपनी-अपनी पार्टी की ओर से आन्दोलन को सपोर्ट किया। बेंच की डिमांड को लेकर पीएम और सीएम के नाम एक ज्ञापन भी सभा स्थल पर ही दिया गया। उधर सत्तादल के वाजिद निसार ने शिल्पग्राम पहुंचकर बेंच सपोर्ट में लोगों को गुलाब के फूल दिए। शिल्पग्राम रोड पर ही होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रेसीडेंट राकेश चौहान, नंदू गुप्ता आदि ने भी टूरिस्ट को गुलाब के फूल गिफ्ट कर बेंच के  अहिंसात्मक आन्दोलन में आहूति दी।

पार कर दिया हर बैरियर

एडवोकेट्स और उनको समर्थन दे रहे राजनैतिक, सामाजिक, व्यापारिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने हर बैरियर पार कर दिया। ताज के प्रतिबंधित 500 मीटर के अंदर वकील घुस गए। इस दौरान फोर्स के साथ झड़पें भी हुईं। ताज के पश्चिमी और दक्षिणी गेट के बिल्कुल पास तक वकील पहुंच गए। आरके स्टूडियों के पास वकीलों को रोकने को लेकर हल्का बल प्रयोग भी किया गया। कुष्ठ आश्रम के पास स्थित बैरियर पर दुर्ग विजय सिंह भैया, अशोक चौबे, राकेश चौहान, नंदू गुप्ता आदि ने वी वांट हाईकोर्ट का नारा बुलंद किया। पूर्वी गेट से एडवोकेट नितिन शर्मा, नरेंद्र बघेल और राजेश कुमार सिंह टिकट लेकर ताज परिसर में पहुंच गए। मुख्य गुम्बद तक पहुंचे वकीलों ने बेंच के फेवर में नारेबाजी भी की। पुलिस की तमाम कोशिशों के बाद भी लेकिन, पब्लिक ने अपनी ताकत का अहसास करा ही दिया। इस आन्दोलन का असर ताज विजिट के लिए आने वाले टूरिस्ट पर पड़ा। ताज के अन्दर का नजारा खुद ब खुद सिचुएशन को बयां कर रहा था। कई घंटे तक ताज में सन्नाटे जैसा नजारा ही रहा।

 टूरिस्ट एक नजर में

 डेट           इंडियन     फॉरेनर

24 अगस्त     18099      1632

25            21896      1562

26            15003      1006

वकीलों ने लिया हिस्सा, दिया ज्ञापन

बार काउंसिल ऑफ उप्र के एक्स चेयरमैन और मेम्बर पीके सिंह, मेम्बर दरवेश सिंह, गिरवर नारायन अग्रवाल, प्रकाश नरायन शर्मा, सुधीश चन्द्र जैन, श्याम सुन्दर शर्मा, लोकेंद्र शर्मा, विजेंद्र रावत, मेहताब सिंह, बृजराज सिंह परमार, अभय पाठक, अनिल वर्मा, हेमेंद्र पाठक, आरडी यादव, केपी सिंह, हेमेंद्र शर्मा, बृजेंद्र अग्रवाल, बंसत गुप्ता,  वीरेंद्र बघेल, गजेंद्र बाबा,  आदि ने आन्दोलन में प्रमुख रूप से हिस्सा लिया। ज्ञापन देने वालों में संघर्ष समिति संयोजक केडी शर्मा, भारती चतुर्वेदी, शालिनी शर्मा, हेमंत भारद्वाज आदि ने एडीएम सिटी बीपी खरे को राष्ट्रपति, पीएम और सीएम के नाम वाला ज्ञापन सौंपा।